विश्व

वैक्‍सीन डिप्‍लोमेसी के जरिए चीन और रूस को साधना चाहता है अमेरिका, जल्‍द करेगा घोषणा

वाशिंगटन । अमेरिका दो सप्‍ताह के अंदर इस बात की घोषणा करेगा कि वो कोविड-19 की वैक्‍सीन की आठ करोड़ खुराक को पूरी दुनिया में कैसे बेचेगा और कैसे इसका वितरण करेगा। इस बात की जानकारी अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने की है। पत्रकारों को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अमेरिका राष्‍ट्रपति जो बाइडन का पूरा ध्‍यान वैक्‍सीन के एक समान वितरण और इसके सही से टीकाकरण पर है।

गौरतलब है कि राष्‍ट्रपति बाइडन ने सोमवार को कहा था कि उनका प्रशासन फाइजर/बायोएनटेक एसई समेत मॉर्डना और जॉनसन एंड जॉनसन की दो करोड़ खुराक के अलावा एस्‍ट्राजेनेका की करीब 6 करोड़ खुराक पूरी दुनिया को भेजेगा। विदेश मंत्री ब्लिंकन ने लेटिन अमेरिका के अपने पहले दौरे पर कहा कि आने वाले दो सप्‍ताह के अंदर इस पूरी प्रक्रिया की भी जानकारी सभी को दे दी जाएगी कि किसको और कैसे ये वैक्‍सीन उपलब्‍ध करवाई जाएगी। आपको बता दें कि दक्षिण अमेरिकी देश कोविड-19 की चपेट में हैं। यहां पर कुछ देशों की मदद के लिए भारत भी आगे आया था। ब्राजील को भारत ने वैक्‍सीन उपलब्‍ध करवाई थी।

ब्लिंकन ने ये भी कहा है कि अमेरिका इस पूरी प्रकिया को पारदर्शी रखेगा और जल्‍द ही इसकी जानकारी को भी सभी के समक्ष साझा करेगा। आपको बता दें कि बाइडन प्रशासन पर इस बात को लेकर काफी दबाव है कि वो महामारी से अधिक प्रभावित देशों को वैक्‍सीन मुहैया करवाने में दमदद करे। इसमें भारत भी शामिल है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन भी लगातार इस बात की अपील करता रहा है कि अमीर देश अपने यहां पर मौजूद वैक्‍सीन की अतिरिक्‍त खुराक को दूसरे देशों को मुहैया करवाएं जिससे वहां पर वैक्‍सीनेशन का काम सही से हो सके।

डब्‍ल्‍यूएचओ ये भी कह चुका है कि कुछ देश जहां अपनी पूरी आबादी को वैक्‍सीन देने पर आमादा है वहीं कई

देश ऐसे हैं जहां पर वैक्‍सीन की एक भी खुराक अब तक नहीं मिल सकी है। ब्राजील और भारत कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को लेकर पहले की चेतावनी दे चुके हैं। इसके लिए जरूरी है कि वैक्‍सीनेशन का काम तेजी से हो सके। माना ये भी जा रहा है कि अमेरिका वैक्‍सीन सप्‍लाई को चीन के खिलाफ एक हथियार के तौर पर भी इस्‍तेमाल करना चाहता है। इसके अलावा वो इससे रूस की वैक्‍सीन डिप्‍लोमेसी पर भी भारी पड़ना चाहता है।

Related Articles

Back to top button