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ओमान के तट पर पलटे तेल टैंकर से नौ लोग जिंदा बचे, इसमें आठ भारतीय

तीन दिन पहले ओमान तट के पास पलटे कोमोरोस ध्वज वाले मालवाहक जहाज पर सवार 13 भारतीयों में से आठ को बचा लिया गया है। एमटी फाल्कन प्रेस्टीज नाम का जहाज 14 जुलाई को पलट गया था। जहाज पर 13 भारतीयों समेत 16 लोग सवार थे। सूत्रों के मुताबिक, तलाशी अभियान के दौरान एमटी फाल्कन प्रेस्टीज के नौ चालक दल के सदस्यों को बचा लिया गया है। इसमें  आठ भारतीय और एक श्रीलंकाई नागरिक शामिल हैं। बाकी चालक दल के सदस्यों को खोजने के लिए तलाशी और बचाव अभियान जारी रहेगा। ओमान में भारतीय दूतावास खाड़ी देश के संबंधित अधिकारियों के संपर्क में है। जहाज एमटी फाल्कन प्रेस्टीज ने 14 जुलाई को ओमान के तट पर लगभग रात 10 बजे संकट की सूचना भेजी थी। एक सूत्र ने बताया कि ओमान में हमारा दूतावास ओमानी अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है। नाविकों के लिए खोज और बचाव अभियान जारी है, जिसका समन्वय ओमान समुद्री सुरक्षा केंद्र (ओएमएससी) कर रहा है। भारतीय नौसेना भी खोज और बचाव अभियान में शामिल हो गई है। भारतीय नौसेना ने अपना युद्धपोत आईएनएस तेग और एक सर्विलांस विमान पी-8 आई को तैनात किया था। भारतीय नौसेना, ओमान की नौसेना के साथ मिलकर समुद्र में बचाव और राहत अभियान चला रही है। तेल टैंकर के क्रू में शामिल 16 सदस्य लापता थे, जिनमें से 13 भारतीय हैं। जिस जगह तेल टैंकर पलटा, भारतीय युद्धपोत उसी क्षेत्र में परिचालन कर रहा था। जिसके बाद भारतीय युद्धपोत को 15 जुलाई को खोज और बचाव अभियान चलाने का निर्देश दिया गया था। युद्धपोत ने 16 जुलाई की सुबह पलटते हुए तेल टैंकर का पता लगा लिया था। समुद्री सुरक्षा केंद्र के अनुसार, समुद्र में पलटे जहाज की पहचान प्रेस्टीज फाल्कन के रूप में हुई है। यह जहाज दुबई के हमरिया बंदरगाह से यमन के अदन बंदरगाह जा रहा था। कोमोरोस का झंडा लगा यह जहाज ओमान के तट पर रास मद्रकाह इलाके से समुद्र में करीब 46 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में पलट गया। इसके 16 सदस्यीय चालक दल में 13 भारतीय और तीन श्रीलंकाई नागरिक हैं। चालक दल के सभी सदस्य लापता हैं। जहाज अभी भी समुद्र में पलटा हुआ है। जहाज से तेल लीक हुआ है या नहीं, अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। अधिकारियों ने बताया कि कोमोरोस के झंडे वाले जहाज फाल्कन प्रेस्टीज ने 14 जुलाई 2024 को लगभग 2200 बजे ओमान के तट से संकट की सूचना भेजी थी। ओमान में हमारा दूतावास ओमानी अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है। नाविकों के लिए खोज और बचाव अभियान, ओमान समुद्री सुरक्षा केंद्र द्वारा समन्वित किया जा रहा है। भारतीय नौसेना भी खोज और बचाव अभियान में शामिल हो गई है।

अदन की खाड़ी में लगातार हो रहे जहाजों पर हमले

इस्राइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से अदन की खाड़ी और लाल सागर में समुद्री जहाजों पर लगातार हमले हो रहे हैं। ये हमले ईरान समर्थित हूती विद्रोही कर रहे हैं। इसके चलते अमेरिका और ब्रिटेन संयुक्त रूप से हूती विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद व्यापारिक जहाजों पर हमले नहीं रुक रहे हैं। हूती विद्रोहियों के हमले के चलते अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और इसकी वजह से कई व्यापारिक जहाज अफ्रीका होते हुए लंबा रास्ता तय कर रहे हैं। इसकी वजह से महंगाई बढ़ी है और अगर लाल सागर और अदन की खाड़ी में व्यापारिक जहाजों पर हमले नहीं रुके तो हालात और ज्यादा खराब हो सकते हैं। 

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