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भारतीय मूल के वैज्ञानिक ने दी चेतावनी, ब्रिटेन कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के प्रारंभिक चरण में

लंदन। ब्रिटिश सरकार को परामर्श दे रहे भारतीय मूल के एक मशहूर वैज्ञानिक ने चेतावनी दी है कि ब्रिटेन कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के प्रारंभिक चरण में है और तीन चौथाई नए मामलों में कोरोना वायरस का वह वैरिएंट मिला है जो भारत में सामने आया। साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री बोरिस जानसन से 21 जून से लाॅकडाउन हटाने की योजना कुछ हफ्ते टालने की अपील की है।

कोरोना के बी.1.617 वैरिएंट के तेजी से बढ़ने की आशंका

बीबीसी ने सोमवार को खबर दी कि सरकार के ‘न्यू एंड इमर्जिंग रेस्पिरेटरी वायरस थ्रेट एडवाइजरी ग्रुप’ (नर्वटैग) के सदस्य और कैंब्रिज विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रवि गुप्ता ने कहा है कि वैसे तो नए मामले अपेक्षाकृत कम हैं, लेकिन कोरोना के बी.1.617 वैरिएंट ने (संक्रमण के) तेजी से बढ़ने की आशंका को बल दिया है।

ब्रिटेन में लगातार पांचवें दिन कोरोना के 3,000 से अधिक नए मामले

ब्रिटेन में रविवार को लगातार पांचवें दिन कोरोना के 3,000 से अधिक नए मामले सामने आए थे। इससे पहले ब्रिटेन ने 12 अप्रैल के बाद यह आंकड़ा पार नहीं किया था। देश में कोरोना के कुल मामले 44,99,939 तक पहुंच गए हैं और अब तक 1,28,043 मरीजों ने जान गंवाई है।

कोरोना की सभी लहरें कम आंकड़े से शुरू होती हैं, बाद में विस्फोटक हो जाती हैं

प्रो. गुप्ता ने कहा, फिलहाल मामले तो कम हैं, लेकिन सभी लहरें कम आंकड़े से ही शुरू होती हैं। बाद में वे विस्फोटक हो जाती हैं, इसलिए यह अहम तत्व है कि हमें यहां जो दिख रहा है वह शुरुआती लहर है।

ब्रिटेन में 70 फीसद से अधिक वयस्कों को पहला टीका लग चुका

उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में जितने लोगों को टीका लगा है, उस हिसाब से शायद इस लहर को पिछली लहरों की तुलना में सशक्त रूप से सामने आने में वक्त लगेगा। ब्रिटेन में 70 फीसद से अधिक वयस्कों को पहला टीका लग चुका है।

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