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कैसे हुई कोरोना वायरस की उत्‍पत्ति? इसकी जांच को रोकने के लिए चीन ने अब चली ये चाल

बीजिंग। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने वुहान लैब की जिम्मेदारी सेना के एक जनरल को दे दी है। इससे साफ है कि चिनफिंग कोरोना वायरस की उत्पत्ति और संक्रमण के तीव्र प्रसार को लेकर अब भी कोई पारदर्शिता नहीं दिखाना चाहते हैं। उनकी यह कोशिशें इस बारे में चीन की भ्रामक कहानी को ही विस्तार देने की पुष्टि करती है।

उल्लेखनीय है कि एक चीनी पत्रकार को लाकडाउन के बारे में लिखने पर जेल में डाल दिया गया था और एक फर्जी स्विस वायरोलाजिस्ट को भी जेल में डाला गया था। यह स्वाभाविक है कि इस वैश्विक महामारी से त्रस्त पूरी दुनिया इस मामले में चीन की जांच चाहती है। चीन ने हमेशा से इस मुद्दे को भटकाने की कोशिश की है। खासकर जब आस्ट्रेलिया ने कोविड मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की तो चीन ने उसके खिलाफ ट्रेड वार छेड़ दिया।

वुहान में कोविड-19 के दो साल पूरे हो चुके हैं। इसलिए वहां कोविड-19 की उत्पत्ति को लेकर ठोस तथ्य जुटा पाना आसान नहीं है। इस वैश्विक महामारी से पूरी दुनिया में जन-धन की भारी हानि हुई है। फरवरी, 2020 में वुहान से ही कोविड-19 संक्रमण पूरी दुनिया में फैला था।

भारत में एक दिन में सामने आए करीब साढ़े 13 हजार मामले

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 13,405 नए मामले दर्ज किए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 34,226 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं जबकि इस दौरान कोरोना के कारण 235 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा, सक्रिय मामलों में भी गिरावट आई है। अब मरीजों की संख्या घटकर 1,81,075 हो गई है। वहीं, अब तक कोरोना से ठीक होने वालों की कुल संख्या 4,21,58,510 हो गई है। साथ ही कोरोना से अब तक 5,12,344 लोगों की मौत हो चुकी है।

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