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चीन ने एपल डेली पर दिए बाइडन के बयान से नाराजगी जताई, कहा- अमेरिका ‘आंतरिक मामलों’ में दखल न दे

बीजिंग : चीन के विदेश मंत्रालय ने हांगकांग के लोकतंत्र समर्थक एपल डेली अखबार को बंद करने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बयान से नाराजगी जताते हुए कहा कि अमेरिका को देश के आंतरिक मामलों में दखल देना बंद करना चाहिए।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने शुक्रवार को कहा कि हांगकांग चीन के आंतरिक मामलों के अंतर्गत आता है। एनएचके वर्ल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने वाशिंगटन से तथ्यों का सम्मान करने और विशेष प्रशासनिक क्षेत्र में कानून प्रवर्तन में बाधा डालने से रोकने का आग्रह किया।

झाओ ने कहा कि अमेरिकी एक्शन चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रही है और अखबार के वरिष्ठ सदस्यों की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि इनके द्वारा हांगकांग के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का कथित रूप से उल्लंघन किया गया था।

उन्होंने कहा कि कानून का उद्देश्य उन मुट्ठी भर लोगों पर नकेल कसना है जो राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा रहे हैं और हांगकांग में बड़ी संख्या में लोगों के अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा कर रहे हैं, जिसमें प्रेस की स्वतंत्रता भी शामिल है।

एनएचके वर्ल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, झाओ ने यह भी कहा कि मीडिया आउटलेट और उसके वरिष्ठ अधिकारियों की प्रेस की स्वतंत्रता पर कार्रवाई की जांच करने के लिए तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। बता दें कि सरकारी कार्रवाई के चलते जब हांगकांग स्थित अखबार एपल डेली ने 26 साल बाद अपने दफ्तर को बंद करने का फैसला लिया, तो इसपर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रतिक्रिया देते हुए गुरुवार को इसे हांगकांग और दुनिया भर में मीडिया की आजादी के लिए एक दुखद दिन करार दिया।

व्हाइट हाउस की तरफ से एक बयान में, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि स्वतंत्र बोली को दंडित करने वाले कठोर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के माध्यम से गिरफ्तारी, धमकियों और जबरदस्ती के माध्यम से, बीजिंग ने स्वतंत्र मीडिया को दबाने और असहमतिपूर्ण विचारों को चुप कराने के लिए अपनी शक्ति का उपयोग करने पर जोर दिया है।

उन्होंने आगे चीन से स्वतंत्र प्रेस को निशाना बनाना बंद करने और हिरासत में लिए गए पत्रकारों और मीडिया अधिकारियों को रिहा करने का आह्वान करते हुए कहा कि पत्रकारिता का कार्य अपराध नहीं है। वे बोले, ‘हांगकांग के लोगों को प्रेस की स्वतंत्रता का अधिकार है। इसके बजाय, बीजिंग बुनियादी स्वतंत्रता से इनकार कर रहा है और हांगकांग की स्वायत्तता और लोकतांत्रिक संस्थानों और प्रक्रियाओं पर हमला कर रहा है, जो इसके अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के अनुरूप नहीं है।’

बता दें कि हांग कांग के लोकतंत्र समर्थक अखबार एपल डेली का गुरुवार को अंतिम प्रकाशन हुआ। अखबार का अंतिम संस्करण की दस लाख से ज्यादा प्रतियां छापी गई थीं। जो अन्य दिनों की अपेक्षा में कई गुना ज्यादा थीं। अखबार का अंतिम संस्करण हासिल करने के लिए स्टॉल्स पर लंबी लाइनें देखी गईं। अखबार का अंतिम संस्करण छपने के बाद पूरा स्टाफ भावुक हो उठा। सभी ने भारी मन से एक दूसरे से अलविदा कहा।

26 साल पुराने एपल डेली अखबार के संस्थापक जिमी लाइ जेल में हैं। इस क्रम में कुछ दिनों पहले ही एपल डेली के चीफ एडिटर और सीईओ समेत पांच संपादकों को गिरफ्तार कर लिया गया था। प्रेस में छापेमारी की गई और वहां से दस्तावेज और संपत्ति को जब्त कर लिया गया। अखबार पर काफी समय से चीन और चीन समर्थित हांगकांग की सरकार की नजरें थीं। इस बीच चीन और हांगकांग की सरकार की ओर से मीडिया को आगाह किया गया है और कानून के दायरे में रहने की चेतावनी दी गई है।

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