पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट में डाला जाएगा या नहीं..फैसला कल तक
दिल्ली। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ)f की बैठक फांस के पेरिस में होने जा रही है। बैठक में अन्य देशों के साथ पाकिस्तान पर भी फैसला होना है। पाकिस्तान को ग्रेलिस्ट से ब्लैकलिस्ट में डाला जाएगा या नहीं..इसका निर्णय 14 या फिर 15 अक्तुबर 2019 को आएगा क्योंकि दो दिन एफएटीएफ की बैठक कई देशों पर विचार किया जाएगा। यह बैठक 18 अक्तुबर तक होगी।
जानकारी के अनुसार एफएटीएफ की इकाई एशिया पैसिफिक ग्रुप की रिपोर्ट में पाकिस्तान आतंकी फंडिंग को रोकने सफल नहीं हुआ है। इसलिए पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है। अपना पक्ष रखने के लिए आर्थिक मामलों के मंत्री हम्माद अजहर मौजूद के साथा पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल 13 अक्टूबर फ्रांस पहुंचा है। इस प्रतिनिधिमंडल ने अपना पक्ष रखने के लिए रिपोर्ट तैयार की है। इसके अलावा चीन भी पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट में पहुंचाने से बचाने का प्रयास करेगा। पाकिस्तान के साथ ही ईरान, उत्तर कोरिया को भी ब्लैकलिस्ट में डाला जा सकता है।
एफएटीएफ ने जून 2018 में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया था। साथ ही ब्लैक लिस्ट से खुद को बचाने के लिए 27 सूत्रीय एक्शन प्लान सौंपा था। अगर संस्था को लगता है कि पाकिस्तान ने एक्शन प्लान को सही तरीके से लागू नहीं किया है तो उसे ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाएगा। इसी साल अगस्त में ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में हुई बैठक में एफएटीएफ से जुड़े एशिया पैसिफिक जॉइंट ग्रुप (एपीजेजी) ने मानकों को पूरा नहीं करने पर पाकिस्तान को इनहेन्स्ड एक्सपीडिएट फॉलोअप लिस्ट में डाल दिया था। ग्रुप के मुताबिक, पाकिस्तान आतंकियों की वित्तीय मदद और मनी लॉन्ड्रिंग के 40 में से 32 मानकों का पालन नहीं कर रहा है।
पाक ब्लैक लिस्ट हुआ तो क्या होगा?
ब्लैक लिस्ट होने पर अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष, विश्व बैंक और यूरोपीय संघ पाकिस्तान की वित्तीय साख अधिक नीचे होगी। इस समय वत्तीय संकट में पाकिस्तान की हालत बहुत खाराब हो जाएगी। अभी एफएटीएफ ने पाक को लगातार ग्रे लिस्ट में रखा। ग्रे लिस्ट में जिस भी देश को रखा जाता है, उसे कर्ज देने में बड़ा जोखिम समझा जाता है। इसके कारण अंतरराष्ट्रीय कर्जदाताओं ने पाक को आर्थिक मदद और कर्ज देने में कटौती की है। पाकिस्तान ब्लैक लिस्ट हुआ तो उसे कर्ज मिलना बेहद मुश्किल हो जाएगा।