सूरज से 15 करोड़ 15 लाख किमी दूर है हम फिर भी तपन अधिक, ऐसा क्यों?
[mkd_highlight background_color=”” color=”red”]सारिका घारू[/mkd_highlight]
सूरज से दूर होते हुये हम 24 मई को करीब 15 करोड़ 15 लाख किमी पहुंच गये है, तब लू चल रही है जबकि 4 जनवरी को जब हम सूर्य के पास रहते हुये 14 करोड़ 73 लाख किमी थे तब ठिठुर रहे थे। इसका कारण हमारे भौगोलिक क्षेत्र का सूर्यकिरणों से सीधा सामना है। सारिका घारू ने बताया कि 22 दिसंबर को ये किरणें हमें 45 डिग्री से तिरछी देख रहीं तो अब यह कोण 87 डिग्री का हो गया है। 15 जून को तो दोपहर में यह ठीक सिर के उपर आकर 90 डिग्री का हो जायगा।
गर्मी के मौसम में आम लोगों को सचेत करने का 25 मई से 2 जून तक की अवधि को आम बोल चाल में नौतपा के नाम से जाना जाता है। इस दौरान सूर्य की परिक्रमा करती पृथ्वी से देखने पर सूर्य के पीछे रोहिणी ऩक्षत्र आ जाता है। 365 दिन में पृथ्वी की परिक्रमा अवधि के कारण सूर्य के पीछे रोहिणी नक्षत्र आने की यह खगोलीय घटना लगभग इन तारीखों में हर साल होती है। अतः नौतपा ग्रीष्मकाल का एक कैलेंडर है।
सारिका ने जानकारी दी कि इस समय तापमान अधिक होने का मुख्य कारण सूरज की किरणों का धरती के इस भाग पर सीधा पड़ना होता है। इस समय एक वर्गमीटर की सूर्यकिरणें 1 वर्गमीटर क्षेत्र पर पड़ती हैं जिससे उनकी पूरी गर्मी हमें महसूस होती है लेकिन 22 दिसंबर को वही किरणें लगभग डेढ़ वर्गमीटर में फैल जाती हैं जिससे गर्मी का अहसास कम होता है। जैसे चाय कप में रखने पर गर्म रहती है और उसे प्लेट में फैला दो तो कम गर्म महसूस होती है।
किसी भूभाग पर गर्मी का महसूस होना सूर्य की किरणों के कोण के अलावा, वहां बहने वाली हवा की दिषा, पहाड़ी क्षेत्र, भूमि के ढ़ाल, मिट्टी के प्रकार , आद्रता, पेड़पौधों की संख्या तथा वहां के प्रदूषण पर भी निर्भर करता है।
पहाड़- हर 165 मीटर की उंचाई पर जाने से 1 डिग्री सेल्सियस तापमान कम हो जाता है।
हवा का बहाव- अगर गर्म प्रदेषों से हवा आ रही हो तो तापमान और बढ़ जाता है। अगर ठंडे प्रदेशों से आ रही हो तो कुछ कम हो जाता है।
समुद्र- जल देर से गर्म होता है और देर से ठंडा होता है जिससे समुद्र के किनारे स्थित भूभाग का तापमान अधिक नहीं बढ़ता है।
प्रदूषण- कारखानों, वाहनों आदि के धुंये से उस क्षेत्र में गर्मी अधिक महसूस होती है।
इस समय सूर्य से हमारी दूरी बढ़ रही है। फिर भी तपन बढ़ रही है
23 मई को पृृथ्वी से सूर्य की दूरी – 15,14,74,849 किमी
15 जून को पृथ्वी से सूर्य की दूरी – 15,19,60,916 किमी अधिक दूरी
4 जनवरी को पृथ्वी से सूर्य की दूरी – 14,70,99,721 किमी कम दूरी
( लेखिका नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक )