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रूसी जलसीमा में दो जहाजों में लगी आग, 14 लोगों की मौत

रूसी जलसीमा में मंगलवार को एक समंदर में एक बड़ा हादसा हो गया. क्रीमिया को रूस से अलग करने वाले समुद्री इलाके कर्च में दो जहाजों में आग लग गई. शुरुआती जानकारी के मुताबिक आग में 14 लोगों की मौत हो गई है. बताया जा रहा कि एक जहाज से दूसरे जहाज में ईंधन भरते समय धमाका हो गया, जिससे आग फैल गई.

दोनों जहाजों में तंजानिया का ध्वज लगा था. जहाज में चालक दल के भारतीय, तुर्की और लीबियाई सदस्य सवार थे. अब तक छह लोग लापता हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक हादसे में मारे गए और लापता लोगों की पहचान अब तक नहीं हुई है. मुंबई में नौवहन महानिदेशालय के अफसरों के मुताबिक इस घटना में दोनों जहाजों पर मौजूद 15 भारतीय सुरक्षित हैं. बताया जा रहा कि कई लोग जान बचाने के लिए जलते हुए जहाजों से समंदर में कूद गए, जिन्हें बाद में बचा लिया गया.

रूसी जलसीमा के पास दोनों जहाजों में आग लगी थी. इन जहाजों पर तंजानियाई झंडा लहरा रहा था. इनमें से एक जहाज लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG), जबकि दूसरा टैंकर ले जा रहा था. बताया जा रहा कि आग उस वक्त लगी जब इनमें से एक जहाज दूसरे जहाज को ईंधन दे रहा था.

क्रीमिया के प्रमुख सर्गेई अक्सयोनोव ने मंगलवार को पत्रकारों से बताया कि हादसे में कुल 14 लोग मारे गए हैं. रूसी समुद्री एजेंसी के प्रवक्ता ने आशंका जताई कि ईंधन देने के दौरान ही एक जहाज में धमाका हो गया, जिसके बाद आग दूसरे जहाज तक पहुंच गई. उन्होंने बताया कि तकरीबन 3 दर्जन लोगों ने कूदकर अपनी जान बचाई है. 12 लोगों को अभी तक बचाया जा चुका है. 6 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं.

रूस की समाचार एजेंसी ‘तास’ ने समुद्री अधिकारियों के हवाले से बताया कि हादसे में कैंडी नामक जहाज पर कुल 17 चालक दल के सदस्य थे. इनमें 9 टर्की और 8 भारतीय नागरिक थे. दूसरे जहाज जिसका नाम माइस्त्रो था, उसमें कुल 15 सदस्य थे. इसमें टर्की के 7, भारत के सात और एक नागरिक लीबिया का था.

इधर मुंबई में नौवहन महानिदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिस जगह पर ये हादसा हुआ है, उसके आसपास मौजूद दर्जनों जहाज बचे हुए लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ भारतीय नागरिकों ने अपने परिवार वालों को सुरक्षित होने की बात कही है. ऐसे में माना जा रहा कि अधिकतर भारतीय सुरक्षित हैं.

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