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छत्तीसगढ में बाढ का कहर : इलाज के अभाव में तीन की मौत

छत्तीसगढ़ के बाढ़ प्रभावित गरियाबंद जिले के सुदूर गांवों में इलाज के अभाव में तीन लोगों की मौत का मामला सामने आया है। मरने वालों में दो बच्चियां और एक महिला शामिल है। भारी बारिश और बाढ़ के कारण इस दुर्गम क्षेत्र में तीनों को समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाई।

सूत्रों के मुताबिक जिला मुख्यालय से करीब 88 किलोमीटर दूर हीरा खदान क्षेत्र पायलीखंड में बीते दिनों कक्षा सातवीं की छात्रा महेंद्री नागेश की बुखार से मौत हो गई है। यह गांव पिछले चार दिन से इंद्रावन नदी की बाढ़ से घिरा है। ऐसे में ग्रामीणों का संपर्क जिला और ब्लॉक मुख्यालय से कट गया है।
इस क्षेत्र में बेहतरीन क्वालिटी का हीरा पाया जाता है।

इसी तरह जिला मुख्यालय के ब्लॉक के ग्राम खट्टी में दो लोगों की मौत हो गई, जिनमें पीलाबाई (5०) और टिकेश्वरी (7) शामिल हैं। बताया जा रहा है कि दोनों डायरिया से पीड़ति थीं, लेकिन बाढ़ के कारण दोनों को समय पर इलाज नहीं मिल सका। इस ग्राम के आठ ग्रामीणों का इस समय डायरिया के चलते जिला अस्पताल में इलाज हो रहा है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एस के तिवारी ने कहा कि अगर तीनों को समय पर स्वास्थ्य सुविधा मिल जाती तो बचाया जा सकता था, लेकिन बाढ़ से घिरे होने के कारण चिकित्सा सुविधा मुहैया नहीं कराई जा सकी।

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