अब दिल्ली से आया समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ाने वाला बयान
नई दिल्ली। मुस्लिम समाज को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के बदले राजनीतिक रुख से केवल आजम खां का परिवार ही निराश नहीं है, बल्कि अलविदा नमाज में दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी का दर्द भी छलक आया। इस दौरान उन्होंने इशारों-इशारों में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर जोरदार हमला किया।
अपनी बात रखने के दौरान इमाम सैयद अहमद बुखारी ने सीधे-सीधे यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव का नाम पर लेकर निशाना साधा। माना जा रहा है कि अहमद बुखारी के इस बयान के बाद यूपी में अखिलेश की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं, क्योंकि मुस्लिम वोटर अन्य दलों के साथ मसलन कांग्रेस अथवा बहुजन समाज पार्टी के साथ भी लामबंद हो सकते हैं।
शुक्रवार को जुमे के नमाज के बाद सैयद अहमद बुखारी ने अपनी तकरीर में सियासी चर्चा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में 96 प्रतिशत मुसलमानों ने समाजवादी पार्टी को वोट दिया, लेकिन उसने कभी उनकी आवाज नहीं उठाई। यह सिलसिला अब भी जारी है।
बता दें कि शुक्रवार को अलविदा नमाज जैसे मजहबी और रूहानी कार्यक्रम में भी अहमद बुखारी पूरी तरह से सियासी चोले में नजर आए। जहांगीरपुरी में अतिक्रमण हटाने की उत्तरी नगर निगम की कार्रवाई को समाज में नफरत की दीवार खड़ी करने की कोशिश बताते हुए कहा कि यह मुद्दा वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के सामने भी उठाएंगे।
उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह सरकार में कद्दावर मंत्री रहे आजम खां के बारे में उन्होंने कहा कि आजम खान आजकल जेल में है। उनके परिवार का आरोप है कि उन्हें राजनीति द्वेष में जेल डाला गया है, लेकिन सपा मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनके मामले पर संघर्ष करते नहीं दिख रहे हैं। साथ ही उनसे दूरी भी बना रखी है।
बता दें कि आजकल राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी से आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम की मुलाकात भी चर्चा में है। ऐसे में अहमद बुखारी के बोल के बड़े राजनीतिक अर्थ निकाले जा रहे हैं। इस बीच बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती भी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर लगातार हमले बोल रही हैं। पिछले दिनों उन्होंने पत्रकार वार्ता में यह तक आरोप लगा दिया था कि अखिलेश यादव की वजह से ही भारतीय जनता पार्टी दोबारा में सत्ता में आई।