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शिवराज के साले को चुनाव लड़ना पड़ा भारी, मिले सिर्फ 700 वोट

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 28 नवंबर को डाले गए वोटों की आज गिनती हो रही है. वारासिवनी विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के योगेंद्र निर्मल और कांग्रेस के संजय सिंह मसानी के बीच मुकाबला है. अभी इस सीट पर बीजेपी के योगेंद्र निर्मल आगे चल रहे हैं. उन्हें 3,278 वोट मिले हैं. वहीं, सीएम शिवराज सिंह चौहान के साले संजय मसानी को महज 714 वोट मिले हैं. फिलहाल काउंटिंग जारी है.

निर्दलीय प्रत्याशी प्रदीप अमृतलाल जायसवाल दूसरे स्थान पर हैं. उन्हें 3172 वोट मिले हैं. बसपा के प्रत्याशी अजय कुमार नागपुरे यहां तीसरे स्थान पर है. उन्हें 822 वोट मिले हैं.

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साले संजय सिंह मसानी के कांग्रेस में शामिल होने के बाद राजनीतिक हलकों में बवाल मच गया था. इसे शिवराज सिंह के लिए बड़ा झटका माना जा रहा था, वहीं कांग्रेस इसे अपनी बड़ी उपलब्धि मान रही थी. लेकिन नतीजा उल्टा रहा. संजय मसानी कुछ ख़ास नहीं कर पाए.

फिल्मों में काम कर चुके हैं संजय मसानी…

मूल रूप से महाराष्ट्र के गोंदिया शहर के रहने वाले संजय शिवराज के मुख्यमंत्री बनने के समय से भोपाल में ही रह रहे हैं. उन्होंने कुछ फिल्मों में भी काम किया है. उन्हें लेकर शिवराज पर उंगलियां भी उठती रही हैं. व्यापम घोटाले मामले में भी संजय मसानी को लेकर काफी विवाद हुआ था.

2008 और 2013 में क्या थे वारासिवनी सीट पर नतीजे

विधानसभा चुनाव-2013

भाजपा- योगेन्द्र निर्मल-66806 (46.88%)

कांग्रेस-प्रदीप अमृतलाल जायसवाल-48868 (34.30%)

बसपा-अजब लाल-18992 (13.33%)

विधानसभा चुनाव-2008

कांग्रेस-प्रदीप अमृतलाल जायसवाल- 50984 (41.77%)

भाजपा-बोध सिंह भगत- 35994 (29.49%)

बसपा-अजबलाल तुलाराम- 24104 (19.75%

2013 में विधानसभा की क्या थी तस्वीर

मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों में से 35 सीट अनुसूचित जाति जबकि 47 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. 148 गैर-आरक्षित सीटें हैं. 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 165 सीटों पर जीत हासिल कर राज्य में लगातार तीसरी बार सरकार बनाई थी, जबकि कांग्रेस को 58 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था. वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 4 जबकि 3 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी.

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