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महिलाओं को ड्राइविंग की इजाजत देने से सऊदी को अरबों का फायदा

सऊदी अरब में रविवार से महिलाओं को आधिकारिक तौर पर सड़कों पर ड्राइविंग करने (गाड़ी चलाने) की इजाजत मिल गई. बैन हटने के बाद सऊदी की सड़कों पर महिलाएं सड़कों पर गाड़ी चलाते हुए नजर आईं. इसके साथ ही सऊदी अरब महिलाओं के गाड़ी चलाने पर लगे प्रतिबंध को हटाने वाला दुनिया का आखिरी देश बन गया. सऊदी अरब दुनिया का इकलौता ऐसा देश था जहां महिलाएं ड्राइव नहीं कर सकती थीं.

सऊदी के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने एक महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए पिछले सितंबर में महिलाओं की ड्राइविंग से प्रतिबंध उठाने की घोषणा की थी. प्रिंस के इस कदम को केवल सामाजिक सुधार के कदम के तौर पर ही नहीं बल्कि दुनिया के शीर्ष तेल निर्यातक देश की अर्थव्यवस्था में बदलाव की दिशा में भी अहम माना जा रहा है.

सऊदी के महिलाओं को ड्राइविंग की अनुमति देने के दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे. इस कदम से सऊदी अरब को सउदी अरैमको के शेयर बेचने के बराबर कमाई हो सकेगी.

ब्लूमबर्ग इकनॉमिक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस एक कदम से सऊदी की अर्थव्यवस्था को 2030 तक करीब 90 बिलियन डॉलर का फायदा होगा. वहीं, सऊदी अरेबियन ऑयल को. में 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने से (अधिकतम कीमत पर) करीब 100 बिलियन डॉलर की ही कमाई होगी.

ब्लूमबर्ग इकनॉमिक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ड्राइविंग से प्रतिबंध हटने के बाद नौकरी में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ेगी और देश के कुल वर्कफोर्स का आकार भी बढ़ेगा. कुल मिलाकर सऊदी की कुल सकल आय और उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी. हालांकि इसका असर दिखने में थोड़ा वक्त लगेगा.

प्रतिबंध हटाने को जहां प्रिंस के एक बड़े सुधारवादी कदम के तौर पर देखा जा रहा है वहीं, यह उनकी देश की अर्थव्यवस्था की तेल पर निर्भरता को कम करने की योजना का भी हिस्सा है.

अगर हर साल लेबर मार्केट में महिलाओं की 1 फीसदी भागेदारी भी बढ़ती है तो इसका मतलब होगा कि करीब 70,000 महिलाएं वर्कफोर्स में आएंगी. महिलाओं की बढ़ती भागेदारी से सऊदी की आर्थिक विकास दर में सालाना करीब 0.9 प्रतिशत तक का योगदान मिलेगा.

सऊदी के ऊर्जा मंत्री खालिद अल-फलीह ने कहा कि प्रतिबंध हटाने का मतलब है कि महिलाएं ज्यादा सशक्त होंगी और ज्यादा आवागमन कर सकेंगी. मुझे लगता है कि वे जॉब मार्केट में ज्यादा भागेदारी सुनिश्चित कर सकेंगी.

यह कदम सऊदी अरब के रोजगार में महिलाओं की भागेदारी बढ़ाने वाला साबित होगा.

उन्होंने कहा कि इस कदम का दूसरा असर यह होगा कि पेट्रोलियम की मांग बढ़ेगी.

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