समाजवादी पार्टी ने कयासों को दिया विराम, मैनपुरी के करहल से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे अखिलेश यादव
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का अखाड़ा बेहद ही रोमांचक हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर के सदर तथा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के प्रयागराज के सिराथू से चुनाव लड़ने के एलान के बाद समाजवादी पार्टी ने भी अखिलेश यादव का चुनावी अखाड़ा तय कर दिया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पार्टी की परंपरागत सीट मैनपुरी के करहल से चुनाव लड़ेंगे।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने अखिलेश यादव के करहल से चुनाव लड़ने की पुष्टि की। इससे पहले लखनऊ में बुधवार को ही अखिलेश यादव ने इसका संकेत दिया था। उन्होंने कहा था कि हम तो सीएम योगी आदित्यनाथ से पहले चुनाव लड़ेंगे। अखिलेश यादव के चुनाव का प्रभारी मैनपुरी से सांसद रहे तेज प्रताप यादव को बनाया गया है। मैनपुरी से ही मुलायम सिंह यादव सांसद हैं। यहां पर 20 फरवरी को मतदान होगा।
आजमगढ़ से लोकसभा सदस्य अखिलेश यादव मैनपुरी के करहल से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। गुरुवार को समाजवादी पार्टी ने इसका एलान कर दिया है। कयास लगाए जा रहे थे कि अखिलेश यादव आजमगढ़ की किसी सीट या फिर बदायूं के गुन्नौर से चुनावी मैदान में आएंगे, लेकिन उनको पार्टी ने पैतृक सीट से मैदान में उतार दिया है। इस सीट पर समाजवादी पार्टी पिछले 30 वर्ष से चुनाव नहीं हारी है। 2017 के चुनाव में मोदी-योगी की लहर के बावजूद यहां सपा प्रत्याशी सोबरन सिंह को 50 फीसदी वोट मिले थे। आधिकारिक तौर पर पार्टी ने इसकी घोषणा नहीं की है।
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने करहल के जैन इंटर कॉलेज से ही शिक्षा ग्रहण की थी और इसके बाद वह यहां पर शिक्षक भी रहे। करहल मुलायम सिंह यादव के गांव सैफई से महज पांच किलोमीटर दूर है। करहल विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) का सात बार कब्जा रहा है। इस विधासभा सीट से 1985 में दलित मजदूर किसान पार्टी के बाबूराम यादव निर्वाचित हुए। इसके बाद 1989 व 1991 वह समाजवादी जनता पार्टी (सजपा) 1993 व 1996 में सपा के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए। इसके बाद 2000 के उपचुनाव में सपा के अनिल यादव जीते। 2002 में भाजपा के सोबरन सिंह यादव जीते। सोबरन सिंह यादव बाद में सपा में गए और 2007, 2012 और 2017 में विधायक चुने गए। करहल विधानसभा सीट से 2017 के चुनाव में सपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे सोवरन सिंह यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के रमा शाक्य को 40 हजार से अधिक वोट के बड़े अंतर से हराया।
मैनपुरी में समाजवादी पार्टी के जिला संगठन ने लिखित रूप में गुरुवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव को करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव सौंपा था। करहल के सपा विधायक सोबरन सिंह यादव और एमएलसी अरविंद प्रताप सिंह गुरुवार सुबह लखनऊ पहुंचे। उनकी पार्टी कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात हुई। मुलाकात में सभी ने अखिलेश यादव से अनुरोध किया कि वह करहल विधानसभा से चुनाव लड़ें। जिलाध्यक्ष के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रस्ताव पर सकारात्मक रुख दिखाया था।
सपा कार्यकर्ता ने खून से लिखा अखिलेश को पत्र
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के मैनपुरी की करहल सीट से चुनाव लड़ने की अटकलें शुरू होते ही कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का जोश भी बढ़ने लगा। कस्बा भोगांव निवासी मोहित यादव सपा के सक्रिय सदस्य हैं। एमसीए कर चुके मोहित अब तक बेरोजगार ही हैं। गुरुवार की दोपहर उन्होंने अपने खून से राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नाम एक पत्र लिखकर पार्टी मुख्यालय के लिए भेज दिया। दोपहर बाद इसे इंटरनेट मीडिया पर वायरल भी कर दिया। खत में उन्होंने लिखा है कि यदि अखिलेश यादव मैनपुरी से विधानसभा चुनाव लड़ते हैं तो यहां की सम्मानित जनता आपको उत्तर प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी जीत दिलाएगी। कस्बा सपा के सक्रिय सदस्य भोगांव निवासी मोहित यादव ने गुरुवार को अपने खून से पार्टी अध्यक्ष के नाम एक पत्र लिखकर पार्टी मुख्यालय के लिए भेज दिया। दोपहर बाद इसे इंटरनेट मीडिया पर वायरल भी कर दिया। पत्र में उन्होंने लिखा कि यदि अखिलेश यादव मैनपुरी से विधानसभा चुनाव लड़ते हैं तो यहां की सम्मानित जनता आपको उत्तर प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी जीत दिलाएगी।