10 साल में शुरू किया था मॉडलिंग करियर:रति की फिल्म देखकर प्रेमी जोड़े करने लगे आत्महत्या, पति पर लगाए थे जान से मारने के आरोप
अमिताभ बच्चन के साथ कूली में नजर आईं रति अग्निहोत्री आज पूरे 62 साल की हो चुकी हैं। इन्होंने तमिल, तेलुगु, कन्नड़, हिंदी भाषा की करीब 110 फिल्मों में काम किया। वहीं हिंदी फिल्म कूली और एक दूजे के लिए इनकी सबसे यादगार फिल्में रहीं। बरेली, उत्तर प्रदेश में जन्मीं रति ने महज 10 साल की नाजुक उम्र में ही मॉडलिंग की दुनिया में कदम रख दिया था, वहीं इन्हें 16 की उम्र में फेम मिला था। सालों तक इंडस्ट्री का हिस्सा रहीं रति को शादी के बाद ससुर की मौत के कारण पति के दबाव में फिल्म इंडस्ट्री छोड़नी पड़ी। रति ने शादीशुदा जिंदगी के लिए ये त्याग तो किया, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं मिला। शादी के 29 साल बाद रति ने पति के खिलाफ जान से मारने की कोशिश करने और हिंसा के आरोप लगाए।
रति की पर्सनल लाइफ भले ही विवादों के नाम रही, लेकिन एक समय ऐसा भी रहा कि इनकी फिल्म एक दुजे के लिए देखकर युवा जोड़े ऐसे प्रभावित हुए कि फिल्म की तरह वो भी आत्महत्या करने लगे। जब इस तरह के मामले बढ़ने तो मेकर्स को क्लाइमैक्स बदलकर फिल्म दोबारा रिलीज करनी पड़ी।
आज रति अग्निहोत्री के 62वें जन्मदिन के खास मौके पर पढ़िए रति की कम उम्र में मिली कायमाबी और बड़ी उम्र के विवादों को-
10 साल की उम्र में शुरू किया मॉडलिंग करियर
10 दिसंबर 1960 को रति अग्निहोत्री का जन्म बरेली, उत्तर प्रदेश की एक पंजाबी कंजर्वेटिव फैमिली में हुआ था। स्कूल के दिनों में रति की रुचि थिएटर में बढ़ी और उन्होंने थिएटर के साथ मॉडलिंग भी शुरू कर दी। उस समय रति महज 10 साल की थीं। एक दिन रति का प्ले देखकर तमिल फिल्ममेकर भारती राजा इतने इंप्रेस हुए कि उन्होंने अपनी फिल्म पुदिया वरपुकल ऑफर कर दी। महज 14 साल की रति 1979 की फिल्म पुदिया वरपुकल से तमिल फिल्मों का हिस्सा बनीं। पहली ही फिल्म हिट रही और रति को कई बड़ी फिल्मों के ऑफर मिलने लगे। इनमें तमिल, कन्नड़ भाषा की फिल्में थीं।
1981 में रखा हिंदी सिनेमा में कदम
डायरेक्टर के बालाचंदर 1978 की तमिल फिल्म म्हारो चरित्र की हिंदी रीमेक बनाना चाहते थे। उन्होंने फिल्म में रति अग्निहोत्री को उस समय के हिट एक्टर कमल हासन के साथ लीड रोल में कास्ट किया।
फिल्म के लिए पी थी केमिकल वाली चाय
फिल्म में सपना बनीं रति अग्निहोत्री को बागी लड़की दिखाया गया था, जो प्यार के लिए परिवार के खिलाफ खड़ी रहती है। फिल्म में एक सीन है जहां सपना की मां वासु यानी कमल हासन की फोटो जला देती है। गुस्से में सपना उस जली फोटो की राख को चाय में मिलाकर पीती है। इस सीन को फिल्माना काफी मुश्किल था, क्योंकि उस केमिकल से बनी फोटो की राख रति को असल में पीनी थी। रति ने परफेक्ट शॉट देने के लिए ऐसा किया भी, लेकिन अफसोस की एक बार में परफेक्ट शॉट नहीं मिल सका। रति को वो केमिकल वाली चाय कई बार पीनी पड़ी। सेट पर मौजूद लोगों को डर था कि ऐसा करने से रति की तबीयत बिगड़ सकती है, लेकिन खुशकिस्मती से ऐसा कुछ नहीं हुआ।
पहली हिंदी फिल्म से रातों-रात स्टार बन गई थीं रति
1981 में रिलीज हुई इस फिल्म से रति रातों-रात स्टार बन गईं। वहीं इस फिल्म के लिए उन्हें पहला बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड का नॉमिनेशन भी मिला। ये फिल्म कमल हासन की भी पहली हिंदी फिल्म थी।
राज कपूर ने दी थी क्लाइमैक्स बदलने की सलाह, लेकिन डायरेक्टर नहीं माने
डायरेक्टर के बालाचंदर, राज कपूर के करीबी दोस्त थे। उन्होंने रिलीज से पहले ही राज कपूर को फिल्म दिखाई। राज को हैप्पी एंडिंग पसंद थी, तो उन्होंने बालाचंदर से क्लाइमैक्स बदलने को कहा, लेकिन वो नहीं माने। उन्हें उसी क्लाइमैक्स के साथ फिल्म रिलीज करने का फैसला किया।
कोई डिस्ट्रीब्यूटर नहीं था फिल्म खरीदने को राजी
पहले तो डिस्ट्रीब्यूटर्स ने इस फिल्म को नुकसान के डर से खरीदने से ही इनकार कर दिया। जब कोई रास्ता नहीं बचा तो डायरेक्टर के बालाचंदर ने खुद पैसे लगाकर फिल्म रिलीज की। ये फिल्म जबरदस्त हिट साबित हुई और इसे हिंदी सिनेमा की क्लासिक फिल्म का दर्जा मिला। 10 लाख के छोटे बजट में बनी ये फिल्म 10 करोड़ की कमाई कर उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली बॉलीवुड फिल्मों में शामिल रही।
रति की फिल्म देखकर प्रेमी जोड़ करने लगे थे आत्महत्या
5 जून 1981 को रिलीज हुई फिल्म एक दुजे के लिए में रति और कमल ने सपना और वासु नाम के प्रेमियों की भूमिका निभाई। जाति भेद के कारण समाज और परिवार उनके रिश्ते के खिलाफ हो जाता है और दोनों को अलग करने की पूरी कोशिश करता है। दोनों अलग तो हो जाते हैं, लेकिन जब कोई रास्ता नहीं बचता तो दोनों एक साथ पहाड़ से कूदकर आत्महत्या कर लेते हैं।
रति को नहीं था मीटिंग में जाने की इजाजत
जैसे ही फिल्म रिलीज हुई तो इसका प्रेमी जोड़ों पर ऐसा असर पड़ा कि लगातार देशभर से ऐसे ही मामले सामने आने लगे। ऐसे मामलों को रोकने के लिए सरकारी संस्थाओं ने मेकर्स से बात कर क्लाइमैक्स बदलने को कहा। कई मीटिंग हुईं जहां सरकारी ऑफिसर, मेकर्स और कास्ट भी मौजूद होती थी, लेकिन रति को इन मीटिंग में जाने की इजाजत नहीं थी। कारण ये था कि रति उस समय महज 16 साल की थीं। रति की जगह उनके पिता मीटिंग में रहते थे।
क्लाइमैक्स बदला तो जनता की डिमांड पर फिर चलाना पड़ा पुराना क्लाइमैक्स
मीटिंग में तय हुआ कि क्लाइमेक्स बदला जाए। बालाचंदर ने ये मानते हुए क्लाइमैक्स बदल दिया। कुछ समय बाद जब जनता ने इसका विरोध किया तो उन्होंने पुराने क्लाइमैक्स के साथ ही फिल्म चलाई।
पति के कहने पर बना ली फिल्मों से दूरी
1985 में रति अग्निहोत्री ने आर्किटेक्ट अनिल विरवानी से शादी की थी। शादी तक रति ने फिल्मों की शूटिंग की, जो 1888 तक रिलीज हुईं। शादी के कुछ समय बाद ही रति के पिता की मौत हो गई और वो बुरी तरह टूट गईं। इसके बाद उन्होंने पति के कहने पर फिल्मी दुनिया छोड़ दी। 1986 में रति ने बेटे तनुज विरवानी को जन्म दिया। तनुज कई हिंदी टेलीविजन शोज और वेब सीरीज में बतौर एक्टर नजर आए हैं।
2001 में साइड रोल से किया कमबैक
2001 में आई काजोल की फिल्म कुछ खट्टी कुछ मीठी से रति ने फिल्मों में वापसी की। रति के हिस्से में कमबैक के बाद सिर्फ साइड रोल ही आए। 2006 में रति सेलिब्रिटी डांस रियलिटी शो झलक दिखला जा में भी हिस्सा ले चुकी हैं।
29 साल बाद पति पर लगाए थे संगीन आरोप
साल 2015 में रति ने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि उनके पति अनिल ने उन्हें चाकू से मारने की कोशिश की। केस होने के बाद रति ने शादी के 29 सालों बाद पति से तलाक ले लिया।