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लुटेरी दुल्हन का जाल: नसबंदी के बाद भी दो साल में रचाई आठ शादी

पाली। राजस्थान में लुटेरी दुल्हनों का जाल फैलता जा रहा है। गाजियाबाद की एक शादीशुदा महिला को जब किसी कारण से घर से निकाल दिया गया तो वह मध्य प्रदेश के एक गिरोह से जुड़ गई। इस गिरोह ने उसे ‘लुटेरी दुल्हन’ बना दिया। पहले तो उसकी नसबंदी कराई और फिर दो साल में एक के बाद एक आठ शादी करवा दी। पांच लाख रुपए लेकर युवक को शादी के जाल में फंसाते और फिर दलाल उसे भगा ले जाता। इन 8 शादियों में से 7 शादियां पाली जिले के ही दलाल के माध्यम से सीरवी समाज के युवकों के साथ करवाई गई। लेकिन जब नौवीं शादी के लिए जब उसे बेचने की योजना पर काम चल रहा था तब गिरोह पकड़ में आ गया। ये ‘लुटेरी दुल्हन’ रेखा बागी हो गई क्योंकि उसे यह गिरोह बिलकुल भी पैसा नहीं देता था। मौजूदा पति ने उसका फोन रिकॉर्डिंग पर लेकर पूरे मामले का खुलासा कर दिया।

थाना प्रभारी सवाई सिंह के मुताबिक रेखा की कई जगह शादी करवा दी गई थी। वह किसी भी घर में दो महीने से ज्यादा नहीं रूकी। दहेज प्रताड़ना, आत्महत्या की धमकी देकर घरवालों का जीना मुश्किल करती है और फिर पीहर जाने का बोलकर भाग जाती। लोग भी डर के कारण पुलिस में शिकायत नहीं करते और इस तरह अब तक आठ लोग इस लुटेरी दुल्हन के जाल में फंस गए।

शादी में दुल्हन का नाम रेखा सीरवी लिखा गया। उसका फर्जी आधार कार्ड तैयार कराया। बाकी 3 लाख शादी के बाद दिए। सौदे में तय 1 लाख न देने पर वहां मौजूद आरोपी गुल्लाराम समेत गिरोह की आशा, दिलीप, शीतल और राहुल के अड़ जाने पर पुणे में रहने वाले मूलाराम के बड़े भाई को फोन करके सीधा अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करवाया। 18 नवंबर, 2017 को खरगौन, मप्र में राकेश नामक वकील व नोटेरी पब्लिक के यहां पर एग्रीमेंट के आधार पर शादी करवा दी।

इस शादी के बाद गिरोह ने उसका नौवां सौदा भी कर दिया लेकिन आठवें पति मूलाराम को सच्चाई का पता चला और उसने फोन रिकॉर्ड कर उसे गिरोह की असलियत बताई।

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