मुख्य समाचार

जन्मदिन विशेषः ब्रैडमैन के पहले ही मैच में ऑस्ट्रेलिया को मिली थी सबसे बड़ी हार

की दुनिया के महानतम बल्लेबाज सर डॉनाल्ड जॉर्ज ब्रैडमैन का आज ही के दिन (27 अगस्त) 1908 में ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स के कूटामुंड्रा में जन्म हुआ था. डॉन की 110वीं जयंती पर गूगल ने भी ‘गूगल डूडल’ के जरिए उन्हें सम्मान दिया है.

नवंबर 1928 में सर डॉन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकट में पदार्पण किया था. डॉन के लिए वह डेब्यू टेस्ट तो यादगार नहीं रहा, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिस्बेन में खेले गए उस टेस्ट के दौरान कई दिलचस्प आंकड़े सामने आए.

डॉन ने 20 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा था. मजे की बात यह है कि उनके साथ डेब्यू कर रहे ब्रेट आइरनमॉन्गर 46 साल के थे. आइरनमॉन्गर उस वक्त ऑस्ट्रेलिया की ओर से टेस्ट पदार्पण करने वाले सबसे बजुर्ग खिलाड़ी थे.

ऑस्ट्रेलिया की ओर से सातवें नंबर पर उतरे डॉन ने पहली पारी में 18 रन बनाए. जबकि दूसरी पारी में छठे नंबर पर 1 रन ही बना पाए. इंग्लैंड ने उस ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को करारी शिकस्त दी थी. अंग्रेजों ने वह मैच 675 रनों से जीता. दिलचस्प है कि टेस्ट मैच में सर्वाधिक रनों की जीत के मामले में आज भी यह वर्ल्ड रिकॉर्ड है. हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने 1934 में इंग्लैंड को 562 रनों से हराया, लेकिन 675 रनों का आंकड़ा आज भी उससे दूर है.

आखिरी टेस्ट पारी में अपने करियर एवरेज को 100 तक ले जाने के लिए ब्रैडमैन को सिर्फ चार रनों की जरूरत थी. इंग्लैंड के विरुद्ध उस टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज दूसरी ही गेंद खेलते हुए बोल्ड हो गए. उनका वह ड्रीम विकेट इंग्लिश लेगब्रेक गुगली बॉलर एरिक होलीज को मिला. ब्रैडमैन टेस्ट करियर में 7000 रन बनाने से भी चूक गए. आखिरकार 52 टेस्ट मैचों में 99.94 की औसत से 6996 रन के साथ उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहा था.

Related Articles

Back to top button