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हिंदी दिवस पर सीएम शिवराज ने किया इन साहित्यकारों का सम्मान

भोपाल| सीएम शिवराज ने तीन दिवसीय मध्यप्रदेश साहित्योत्सव के शुभारंभ समारोह को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हिन्दी भाषा भारत को जोड़ने वाला सूत्र है. मध्यप्रदेश में हिन्दी भाषा को आगे बढ़ाने और साहित्य को समृद्ध बनाने की परंपरा को जारी रखा जायेगा.

उन्होंने स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की भावना के अनुरूप ग्वालियर में हिन्दी साहित्य सभा के भवन निर्माण के लिये सात करोड़ रूपये देने की घोषणा की. कार्यक्रम में हिन्दी भाषा सम्मान से सात हिन्दी सेवियों को सम्मानित किया. सीएम ने कहा कि हिन्दी का एक दिन क्यों हो, हिन्दी का हर दिन होना चाहिये. महात्मा गांधी और सुभाष चन्द्र बोस जैसे अनेक महापुरुषों ने हिन्दी को भारत को जोड़ने वाली भाषा माना है.

कार्यक्रम में मुख्य सचिव बीपी सिंह ने कहा कि विश्व हिन्दी सम्मेलन 2016 की घोषणा के मुताबिक प्रदेश में हिन्दी अलंकरण दिवस मनाया जा रहा है. जिन साहित्यकारों ने हिन्दी भाषा को गढ़ने का कार्य किया है और अब वे विस्मृत हो गये हैं. उनके साहित्य को प्रकाशित करने का क्रम शुरू किया गया है. प्रदेश में हिन्दी भाषा और हिन्दी साहित्य का सेवा कार्य आगे भी जारी रहेगा. अपर मुख्य सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने साहित्योत्सव की रूपरेखा बताई. उन्होंने बताया कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में 22 राज्यों और विदेश से आये साहित्यकार भाग ले रहे हैं .

मुख्यमंत्री ने प्रसिद्ध कवि स्वर्गीय गुरूभक्त सिंह ‘भक्त’ की समग्र पुस्तक का विमोचन किया. कार्यक्रम में हिन्दी भाषा सम्मान के अंतर्गत वर्ष 2017-18 के लिये सूचना प्रौद्योगिकी सम्मान डॉक्टर अनुराग सीठा को, निर्मल वर्मा सम्मान डॉ. रामप्रसाद भट्ट को फादर कामिल बुल्के सम्मान, प्रोफेसर जियांग जिंगकुई को गुणाकर मुले सम्मान दिया

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