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‘इश्क़ मुबारक’ लिखने वाले कुलदीप राघव को हिंदुस्तानी एकेडमी युवा लेखन सम्मान

 

— हिंदुस्तानी एकेडमी ने की पुरस्‍कारों की घोषणा

दिल्ली। युवाओं में बहेद लोकप्रिय लेखक कुलदीप राघव को इस वर्ष का हिंदुस्तानी एकेडमी युवा लेखन ( उपन्‍यास ) सम्मान प्रदान किया जाएगा। यह सम्मन उनकी किताब ‘इश्क़ मुबारक’ के लिए दिया जा रहा है। कुलदीप राघव के नाम की घोषणा हिंदुस्तानी एकेडमी ने की है।

कुलदीप राघव की पुस्‍तक ‘इश्‍क मुबारक’ जनवरी 2020 में प्रकाशित हुई। किताब प्रकाशन के कुछ समय बाद ही बेस्‍ट सेलर पुस्‍तक हो गई। ‘इश्‍क मुबारक’ की अब तक पांच हजार से भी अधिक प्रतिंया बिक चुकि है। ‘इश्‍क मुबारक’ रेडग्रैक बुक्‍स प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया गया है। इससे पहले भी कुलदीप राघव को कई पुरस्कार और सम्मान दिए गए है। जिसमें 100 इंस्‍पारिंग ऑथर्स ऑफ इंडिया अवॉर्ड जैसा बडा सम्मान शामिल है। कुलदीप राघव ने अब तक नरेंद्र मोदी-एक शोध और आईलवयू
उपन्‍यास लिखा है।

हिंदुस्तानी एकेडमी, प्रयागराज की ओर से गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान समेत आठ पुरस्कारों की घोषणा की गई है। हिंदुस्‍तानी अकादमी के अध्यक्ष डॉ. उदय प्रताप सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण समाप्त होने के बाद रचनाकारों को मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ सम्मानित करेंगे।

इस बार एकेडमी की ओर से दिए जाने वाले सबसे प्रतिष्ठित गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान गोरखपुर के डॉ प्रदीप कुमार राव को प्रदान किया जाएगा। राव को उनकी कृति ‘गुरु गोरक्षनाथ एवं आदिकालीन साहित्य’ पर कार्य के लिए पांच लाख रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। 2.50 लाख रुपये का गोस्वामी तुलसी दास सम्मान ‘रामचरित मानस की पांडुलिपियां’ पुस्तक के लिए संयुक्त रूप से पांडुलिपि विशेषज्ञ उदयशंकर दुबे व बीएचयू न्यूरोलॉजी विभाग के प्रो विजयनाथ मिश्र को प्रदान किया जाएगा। इसी तरह ‘धर्मचक्र’ पुस्तक पर दो लाख रुपये का भारतेंदु हरिश्चंद्र सम्मान शहर के ही डॉ विजयानंद को दिया जाएगा।

इसी तरह ‘हिंदी भाषा के आयाम’ पुस्तक पर दो लाख रुपये का महावीर प्रसाद द्विवेदी सम्मान मऊ के डॉ सर्वेश पांडेय को देने का निर्णय लिया गया है। एक लाख रुपये का फिराक गोरखपुरी सम्मान अंबेडकर नगर के रामसहाय मिश्र कोमल शास्त्री को दिया जाएगा।यह सम्मान उनको उनकी कृति ‘वक्त के बाजार में’ के लिए प्रदान किया जाएगा। इसी तरह इस बार का कुंभनदास ब्रजभाषा सम्मान हाथरस के भोजराज सिंह भोज को देने का निर्णय लिया गया है। यह पुरस्कार उनको ‘अन्नदाता-किसान’ पुस्तक के लिए दिया जाएगा। इसी तरह लखनऊ की गरिमा सक्सेना को उनकी काव्य रचना ‘मैं छिपा सूरज कहां’ के लिए 11 हजार रुपये के हिंदुस्तानी एकेडमी युवा लेखन सम्मान(कविता) से नवाजा जाएगा।

 

 

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