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कर्नाटक का नाटक: विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे 4 कांग्रेसी विधायक, नोटिस जारी

कर्नाटक का सियासी नाटक थमने का नाम नहीं ले रहा है. दो कांग्रेसी विधायकों के बीच कथित मारपीट के बाद अब चार कांग्रेसी विधायक पार्टी विधायक दल की बैठक में ही नहीं पहुंचे. कांग्रेस ने अब इन विधायकों को नोटिस जारी किया है. इससे पहले दो विधायक जेएन गणेश और आनंद सिंह आपस में भिड़ गए थे. इन दोनों में कथित हाथापाई हुई और आनंद सिंह को चोटें आई थी. हालांकि, कांग्रेस ऐसी किसी भी घटना से इंकार कर रही है.

रविवार को बेंगलुरु को रिजॉर्ट में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में 80 में से 76 विधायकों ने हिस्सा लिया था. चार विधायक नदारद थे. इसके बाद पार्टी ने इन चारों विधायकों को नोटिस जारी किया है. पार्टी ने जिन विधायकों को नोटिस भेजा उनमें रमेश जरकीहोली, बी नागेंद्र, उमेश जाधव और महेश कुमताहल्ली शामिल हैं.

शक्ति प्रदर्शन के लिए थी विधायक दल की बैठक

अपने चार विधायकों को भेजे गए नोटिस में कांग्रेस ने जानना चाहा है कि शुक्रवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हिस्सा नहीं लेने पर उनके खिलाफ दल-बदल निरोधक कानून के तहत कार्रवाई क्यों नहीं की जाए. विधायक दल की बैठक में इन चारों कांग्रेस विधायकों की गैर-मौजूदगी से राज्य की सात महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस सरकार को फिलहाल कोई खतरा नहीं है. कांग्रेस ने अपने शक्ति प्रदर्शन के उद्देश्य से विधायक दल की बैठक की थी.

आनंद सिंह की आंखें काली पड़ गईं

इससे पहले बल्लारी जिले के कम्पली विधानसभा क्षेत्र से विधायक जेएन गणेश के साथ इसी जिले के होसपेट से विधायक आनंद सिंह के साथ कथित झड़प हो गई थी. इस झड़प में आनंद सिंह को चोट आई थी और उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि आनंद सिंह की आंखें काली पड़ गई हैं. उनके मुताबिक, आनंद ने छाती में बेचैनी की शिकायत की थी, लेकिन अब वह ठीक हैं और वॉर्ड में हैं.

कांग्रेस ने बताया, झड़प का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं

इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता मधु गौड़ याक्षी ने बताया कि यह निजी मामला था, जिले से जुड़ा था. वे कारोबार में एक साथ हैं. इस झड़प का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. वे एक ही जिले के हैं और उनके कारोबारी रिश्ते हैं. यह (झगड़ा) उसी से जुड़ा है. इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. याक्षी ने समाचार एजेंसी को बताया कि उनकी मौजूदगी में दोनों विधायकों ने रात में खाना खाया और उस समय सब कुछ अच्छा था, लेकिन जैसे ही वह वहां से गए तो दोनों के बीच झगड़ा हो गया.

बीजेपी ने की कार्रवाई की मांग

वहीं, बीजेपी ने इस मामले में कांग्रेस पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि घटना के लिए सिद्धरमैया जवाबदेह हैं. एक रिजॉर्ट में कांग्रेस के विधायकों के बीच झड़प और उसके परिणाम स्वरूप आनंद सिंह को अस्पताल में भर्ती कराने की घटना से सभी 224 विधायकों का सिर शर्म से झुक गया है. राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष को हस्तक्षेप करना चाहिए और उचित कार्रवाई के लिए घटना की रिपोर्ट मांगनी चाहिए.

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