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इंजेक्शन लगाकर कर बेहोश किया, चाकू से गाला रेता,आरी से टुकड़े कर एसिड में डालें, फिर थक कर सो गया डॉक्टर

— डॉक्टर ने दांत में दर्द का कुछ इस तरह से इलाज किया कि मरीज के टुकड़े – टुकड़े मिले
— डॉक्टर को बदनामी का सता रहा था डर इ​सलिए उसने उठाया यह कदम

(श्रवण मावई )

मप्र। राजधानी भोपाल का नजदीकी जिला है होशांगाबाद । यह जिला नर्मदा नदी उसके सुंदर घाट और स्थानिय लोगो की बोली के लिए जाना जाता है। यहां शांति है, लोग आपस में मिलजुलकर रहते है,लेकिन इस जिले के साथ अब देश के सबसे खौफनाक डॉक्टर के यहां रहने और वारदात को अंजाम देने का दाग लग गया है। इस डॉक्टर ने पहले अपने मरीज को इंजेक्शन लगा कर बेहोश किया फिर चाकू से उसका गाला रेत दिया। बाद में आरी से उसकी लाश के छोटे— छोटे टुकड़े -टुकड़े किए। बाजार से खारीदा गया एसिड और ड्रम में डाल कर उसमें लाश के टुकड़े डाल दिए गए। पुलिस को भनक लगाने पर यह सनसनीखेज वारदात समाने आ गई नहीं तो कुछ दिन बाद पुलिस को न लाश के टुकडें मिलते और न सबूत। पुलिस के गुम इंसान पंजी में ए​क नाम और दर्ज होता विरेन्द्र उर्फ विरू पचौरी…।

कहानी कुछ यूं शुरू होती है कि विरेन्द्र उर्फ विरू पेश से डाईवर है उसके दांत में अक्सर दर्द रहता था तो वह पास ही रहने वाले डॉक्टर सुनील मंत्री के पास इलाज के लिए जाता था, इस दौरान उसकी डॉकर साहब से अच्छी पहचान हो गई। अन्य कार्यो से लिए डॉक्टर भी उसे बुला लिया करते थे,​लेकिन कुछ पहले डॉक्टर सुनिल और विरेन्द्र के बीच गडबड हुई। डॉक्टर और विरेन्द्र का आपस में मन मुटाव हो गया, पर विरेन्द्र का उनके घर आना—जाना बना हुआ था। सोमवार 4 फरवारी 2019 की शाम विरेन्द्र के दांत में तेज दर्द हुआ उसने डॉक्टर सुनील से बोला, तो डॉक्टर ने उसे एक इंजेक्शन लगा दिया उसके बाद विरेन्द्र कभी उठ नहीं पाया, पुलिस ने मंगलवार 5 फरवारी 2019 को उसकी लाश के टुकड़े डॉक्टर सुनी के घर में रखे ड्रम से बरामद किए।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार हत्या का आरोपी डॉक्टर सुनील मंत्री को वरिन्द्र उर्फ वीरू बदनाम करने की धमकी देता था, डॉक्टर का नाम एक महिला के साथ जोडकर वीरू अक्सर धमकी देता रहता था इस बदनामी की डर की वजह से डॉक्टर सुनिल पहले ही वीरू को ठिकाने
लगाने की योजना बना ली थी, जैसे सोमवार की शाम डॉक्टर को मौका मिला उसने वीरू को खौफनाक तारीके से मौत के घाट उतार दिया ।

आरोपी डॉक्टर सुनील मंत्री ने पुलिस को बताया कि पहले उसने विरेन्द्र उर्फ वीरू ​को इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया फिर चाकू से उसका गला काट दिया जिससे उसकी मौत हो गई। ​उसकी लाश के आर से छोटे — छोटे टुकडे किए। शहर की एक दुकान से एसिड के चार डिब्बे खरदे और एक ड्रम में पानी और एसिड का सही मिश्रण कर भरा। इस एसिड से भरे ड्रम में डॉक्टर ने विरेन्द्र की लाश के टुकडे डाल दिए।

विरेन्द्र की हत्या कर उसकी लाश के टुकडे करने के बाद एसिड के ड्रम में डालने में डॉक्टर सुनली मंत्री काफी थक गया वो सोमवार—मंगलवार की दरम्यानी रात सो गया। मंगलवार सुबह से डॉक्टर बैचेन होने लगा, उससे जल्दी थी कि ड्रम में पडे लाश के टुकडे जल्दी से गल जाए जिससे सभी सबूत नष्ट हो और वह कभी नही पकडायगा,लेकिन उसकी हरकतों ने उसे पुलिस की नजर में ला दिया। कुछ लोगों ने पुलिस को सुचना दी कि डॉक्टर के घर में संदिग्ध गतिविधियां चल रही है, पुलिस अधिकारियों ने जब घर की तालाशी ली तो उसके होश उड गए । घर के एक कमरे में रखे ड्रम में लाश के टुकडे मिले, डॉक्टर से पुछने पर उसने विरेन्द्र उर्फ वीरू की हत्या की पूरी कहानी सुना दी ।

पुलिस ने हत्या के आरोपी डॉक्टर सुनील मंत्री को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की है। पुलिस इस हत्या में किसी और के भी शामिल होने से इंकार कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वारदात के सभी बिन्दुओं पर जांच की जा रही है।

जीवन बचाने वाले डॉक्टर ही बेरहमी से किसी की हत्या करने लगे तो फिर किसी पर भरोसा किया जाए। मरीज स्वंय को डॉक्टर के हवाले कर सर्जरी करवाते है ऐसे में अब डॉक्टर को स्ंवय को सौपना कितना कठिन होगा। इस वार दात ने डॉक्टरों की छवि पर काफी बुरा असर डाला है।

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