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मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान रू जिले में 3387 बच्चे कुपोषण मुक्त

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत जिले में शून्य से 6 वर्ष के 3387 कुपोषण मुक्त हो गए हैं। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी की विशेष मॉनिटरिंग में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी द्वारा बच्चों और गर्भवती एवं शिशुवती माताओं के लिए कार्ययोजना बनाकर ”कोई भी बच्चा कुपोषित न हो” पर कार्य किया जा रहा है।

कार्य योजना के तहत पिछले माह में जिले के सभी सरपंचों और सचिवों ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान में सहभागिता निभाई। फलस्वरूप जिले में पंचायतों द्वारा सजग पंचायत अभियान के अंतर्गत अपने पंचायत की सुपोषण ग्रेडिंग की जानकारी एवं कुपोषण के प्रति जागरूकता पर चर्चा कार्यक्रम किया जा रहा है। पंचायतों के माध्यम से आंगनबाड़ी में उपस्थित सभी बच्चों को सोमवार को केला, बुधवार को अंडा एवं शुक्रवार को खीर प्रदाय किया जा रहा है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा दुलारी लक्ष्मी कार्यक्रम में सभी पंचायत में एनीमिक महिला एवं बच्चे का चिन्हांकन कार्य जारी है। अब मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान में पंचायतों के जुड़ाव से जहां सभी आंगनबाडी केन्द्रों में पोषण वितरण का निरीक्षण एवं क्रियान्वयन सुनिश्चित हो रहा है, वहीं पालकों को कुपोषण के दुष्प्रभाव, पोषण की आवश्यकता एवं खानपान व्यवहार परिवर्तन की प्राप्ती भी हो रही है। कलेक्टर ने जिसे के सभी पर्यवेक्षक एवं मैदानी अमलों को जिले में कुपोषण मुक्त बच्चे के लिए गम्भीरता से कार्य करने निर्देशित किया गया है।

मरवाही विधायक डॉ के के ध्रुव ने बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए बेहतर कार्य करने वाले पंचायतों को पुरस्कृत भी किया है। जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री अतुल परिहार ने बताया कि जिले में कुपोषण की दर लगभग 20 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में अंडा, केला खीर आदि वितरण के लिए पंचायतें स्व स्फूर्त आगे आकर कार्य कर रहें हैं।

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