भारत छोडों आंदेालन के 78 साल : मप्र का नेता 16 साल की उम्र में 23 दिन जेल में रहा और पीएम बना
मध्यप्रदेश । आज से 78 साल पहले राष्ट्रपति महत्मा गांधी ने देश की आजादी के लिए शुरू किए गए भारत छोडों आंदेालन में मप्र के सक्रिय क्रांतिकारी नेता अंग्रेजों द्वारा गिरफतार किए गए और 23 दिन तक जेल में रखा। देश की आजादी के बाद जेल गए यह नेता प्रधानमंत्री बनें। भारत छोडों आंदेालन में जेल जाने वाले नेता अटलबिहारी वजपेयी थे। जिन्होंने उस समय देश की आजादी के लिए भारत छोडों आंदेालन में बहुत सक्रिय भूमिका निभाई। अटल बिहारी वाजपेयी साल 1996 और 1998 में देश के प्रधानमंत्री रहे।
साल 1942 का अगस्त माह महात्मा गांधी ने देश को अंग्रेजी हूकुमत से आजाद कराने के लिए भारत छोडों आंदोलन की शुरूआत की। कुछ ही दिन में इस अंदोलन की असर मध्यप्रदेश में दिखाई देने लगा। ग्वालियर में 16 साल के अटल बिहारी वाजपेयी भारत छोड़ो आंदोलन में चोरी छुपे काम कर रहे थे,एक दिन अटल बिहारी वाजपेयी और उनके बड़े भाई प्रेम अंग्रेजी अफसरों ने इस आरोप में गिरफ्तार कर लिया। लगभग 23 दिन बाद अटल बिहारी वाजपेयी और उनके बड़े भाई प्रेम जेल से रिहाई हुई। उसके बाद श्री वाजपेयी की पहचान युवा क्रांतिकारी के रूप में हो गई।
— यह आरोप वाजपेयी जीवन भर झेलत रहे….
अटल बिहारी वाजपेयी भारत छोडों आंदोलन के दौरान जेल गए और उनकी रिहाई के बाद यह कहा गया कि उन्होंने अंग्रेजी अफसरों को लिखित में यह कहा कि वो अंदोलन में शामिन नहीं है,वो केवल भी का हिस्सा मात्र थे। उनके इस ब्यान क बाद ही उन्हें रिहाई मिली है। हलांकि श्री वाजपेयी इस आरोप को केवल अफवाह बताते रहे। इस आरोप ने जीवन भर उनका पीछा किया। पीएम बनने के बाद भी कई मौके पर इस आरोप को उठाया गया।
— अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसम्बर 1924 में ग्वालियर, मध्य प्रदेश में हुआ। प्रभांरिक शिक्षा ग्वालियर स्कूल और बीए की शिक्षा ग्वालियर के विक्टोरिया कालेज (लक्ष्मीबाई कालेज)में हुई। उन्होंने छात्र जीवन में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में स्वयंसेवक
के रूप में काम करना शुरू कर दिया। उप्र के कानपुर के डीएवी कॉलेज से राजनीति शास्त्र में एमए ,एलएलबी की शिक्षा के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्य का सक्रिय रूप से करने लगे। उन्होंने राजनीति के साथ ही पाञ्चजन्य, राष्ट्रधर्म, दैनिक स्वदेश और वीर समाचार पत्र और पात्रिका में लेखन कार्य किया। साल 1968 से 1973 तक वह भारतीय जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष,1952 में पहली बार सांसद का चुनाव लडा पर हार गए,फिर 1957 में बलरामपुरजिला गोण्डा उत्तर प्रदेश संसदीय सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुचें। मोरारजी देसाई सरकार में 1977 से 1979 तक विदेश मंत्री रहे। 6 अप्रैल 1980 में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बने। अटल बिहारी वाजपेयी ने 16 मई से 14 जून 1998 तक पहली बार प्रधानमंत्री बने और दूसरी बार 19 मार्च 1998 से 22 मई 2004 तक प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने 2005 में राजनीति से संयास लिया। 2015 में उनको भारत रत्न से सम्मानित किया। 16 अगस्त 2018 को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी का लंबी बिमारी के बाद निधन हो गया।