राजनीतिक

अमित के घर जाकर राहुल गांधी ने खेला बड़ा सियासी दांव, जानें-कांग्रेस को कैसे मिलेगा फायदा

चंडीगढ़ ।   हरियाणा विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच राहुल गांधी शुक्रवार सुबह अमेरिका जाने वाले करनाल के घोघड़ीपुर गांव निवासी अमित मान के घर पहुंचे थे। राहुल ने उनके परिजनों से मुलाकात कर परिजनों के सामने ही वीडियो कॉल कर अमित से बातचीत भी की। राहुल को देख लोग हैरान हो गए वह बिना किसी राजनीतिक रैली या चुनाव प्रचार के लिए उनके बीच पहुंच गए। कुछ समय बिताने के बाद वह लौट गए। अमित के परिजनों से उनकी मुलाकात को लोग भावनात्मक जुड़ाव से देख रहे हैं, मगर इसके पीछे उनका एक सियासी दांव छिपा है।

उठा डंकी रूट से विदेश जाने का मुद्दा

दरअसल राहुल के अमित घर के पहुंचने के साथ डंकी रूट (अवैध तरीके ) की भी काफी चर्चा हो रही है। अमित डंकी रूट से ही अमेरिका पहुंचा था और अब उसे वापस आने में दिक्कत हो रही है। डंकी रूट का मुद्दा सीधे बेरोजगारी से जुड़ा है और कांग्रेस का इस चुनाव में मुख्य मुद्दा ही बेरोजगारी का है। पिछले दो दशक से हरियाणा के युवा बड़ी संख्या में विदेश जा बसे हैं। इन बच्चों के परिजन और विपक्षी दल मानते हैं कि रोजगार की कमी से उनके बच्चे विदेश की ओर रुख कर रहे हैं। जब तमाम कोशिशों के बाद युवाओं का वीजा नहीं लगता है तो वह डंकी रूट से विदेश जाते हैं। इसमें लाखों रुपये खर्च होता है और कई तरह की शारीरिक और मानसिक परेशानियां झेलनी पड़ती है।

राहुल ने सेट किया कांग्रेस का मुद्दा

कांग्रेस के चुनावी कैंपेन में डंकी रूट का मुद्दा शामिल हैं। आने वाले दिनों में कांग्रेस गारंटियों के बाद अपना एक घोषणा पत्र भी जारी करेगी, जिसमें डंकी रूट का मुद्दा भी शामिल होगा। राहुल गांधी ने करनाल में आकर इस मुद्दे को पूरी तरह से सेट कर दिया है। अब पार्टी के इस मुद्दे को आगे बढ़ाएगी। हरियाणा के जींद, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, अंबाला, यमुनानगर, हिसार, रोहतक और सिरसा के युवा काफी संख्या में डंकी रूट से हरियाणा के बाहर जा रहे हैं।

दीपेंद्र हुड्डा उठाते रहे हैं मुद्दा, संसद में भी पूछा था सवाल

कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा अपनी हर सभा में डंकी रूट और बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हैं। बीती जुलाई को संसद सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने डंकी रूट का मुद्दा भी उठाया था। उन्होंने विदेश मंत्रालय से पूछा कि देश व हमारे प्रदेश के लाखों नौजवान बेरोजगारी और हताशा से परेशान विदेशों की तरफ जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि पिछले एक साल में करीब 97 हजार भारतीय नागरिक जंगल के रास्ते अमेरिका पहुंचे हैं। यूएस में 15 लाख ऐसे भारतीय नागरिक हैं, जिनके पास कोई दस्तावेज नहीं है। विदेश मंत्रालय ऐसे लोगों की सुरक्षा के लिए क्या कार्य कर रहा है। इस पर विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने जवाब देते हुए कहा था कि भारत सरकार ने ई-माइग्रेट पोर्टल शुरू किया है। इसका मकसद उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है। मगर जो नागरिक इस सेवा का लाभ नहीं उठाते हैं। उनके लिए दिक्कत आती है। रजिस्ट्रेशन से हम उनसे संपर्क में रख पाते हैं। परेशानी होने पर उनकी मदद भी करते हैं।
 
राहुल पहले भी अचानक पहुंचते रहे हैं हरियाणा

यह पहली बार नहीं है, जब राहुल गांधी अचानक हरियाणा में पहुंचे हो। इससे पहले वह सोनीपत के एक गांव पहुंचे और किसानों के साथ खेत में जाकर धान को बोया। उससे पहले वह ट्रक ड्राइवर के साथ उसके ट्रक में बैठकर अंबाला पहुंचे। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी वह हरियाणा में पहुंचे थे और कई लोगों से मुलाकात की थी।

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