मध्य प्रदेश

वो कौन से कर्मचारी थे जिन्हें कंपनी ने लगाया वाहनों की चैकिंग पर

– मामला नसरूल्लागंज में रेत कंपनी और ग्रामीणों के बीच का
– पुलिस बोली फरियादी नहीं आए सामने
मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में रेत का खेल लंबे समय से जारी है और इसका खामियाजा आम लोगों को उठाना पडता है। कभी रेत कंपनी के कर्मचारियों की दबंगई के चर्चा रहते है। कभी प्रशासन की कार्रवाईयों के यह खेल सीहोर जिले के नसरूल्लागंज क्षेत्र की पहचान बनता जा रहा है। यहां दो दिन पहले भी एक मामला सामने आया जहां पर वाहनोें की चैकिंग बकायदा नाका लगाकर एक कंपनी के कर्मचारी कर रहे थे, विवाद हुआ तो गांव वालों ने उस चैक नाके को फूंक डाला हालांकि इस मामले में पुलिस का कहना है कि अभी दोनों तरपफ से पफरियादी सामने नहीं आए है।
गौरतलब है कि दो दिन पहले नसरूल्लागंज में एक रेत कंपनी द्वारा चेक नाका बनाया गया है। यहां पर चने की चूरी भर कर आ रहे एक टक चालक और क्लीनर के साथ रेत कंपनी के कर्मचारियों द्वारा मारपीट की गईय यह बात टक चालक ने अपने गांव सिंहपुर में बताई तो गुसाए ग्रामीणों ने रेत कंपनी के चेक नाके में आग लगा दी थी अब इस मामले में पुलिस का कहना है कि अभी तक फरियादी सामने नहीं है। हालांकि बडा सवाल यह भी है कि वो कौन से कर्मचारी और कितने कर्मचारी है जिन्हें कंपनी ने जांच के लिए तैनात किया था, जिनसे गांव वालों का विवाद हुआ था। उल्लेखनीय है कि रेत कंपनियों के कर्मचारियों का रसूख आए दिन सामने आता रहता है। नसरूल्लागंज के अलावा ब्लाक बुधनी और रेहटी में रेत के खेल में ग्रामीणों के अलावा प्रशासनिक हमले के मामले भी सामने आ चुके है, जो रेत कंपनियों की दबंगई की कहानी खुद कह रहे है।
कभी भी हो सकती है बडी घटना
क्षेत्र में रेत के कारोबार में आए दिन होने वाले विवादों पर प्रशासन द्वारा जल्द लगाम नहीं लगाई गई तो किसी भी दिन बडा हादसा हो सकता है, इसकी वजह है कंपनी के कर्मचारियों द्वारा क्षेत्र में चैक नाके लगाए गए है, जिसका उदाहरण दो दिन पहले ही सामने आया जिसे ग्रामीणों ने आग के हवाले कर दियाय इस आधार पर यह माना जा रहा है रेत कंपनियों के और भी चैक नाके हो सकते है, ऐसे में यदि वाहन चालकों से इस तरह चैकिंग की जाती है तो आगामी दिनों में भी बडे विवाद होने की संभावनाएं बनती है, इसकी वजह है कि ग्रामीण आक्रोश भी बढने लगा है। इसलिए यदि समय रहते इस समस्या को काबू में नहीं किया गया तो विवाद की घटनाएं बडे रूप में सामने आ सकती है।

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