मध्य प्रदेश

विवेकानन्द मार्केट मामला : हाईकोर्ट में केस रीओपेन

 

-26 दुकानदारों ने सीएमओ से की मुलाक़ात

मध्यप्रदेश। छतरपुर के नौगांव नगर के ईशानगर तिराहे पर बने नगर पालिका के विवेकानन्द मार्केट बेचने की सुगबुगाहट के बीच सभी 26 दुकानदारों ने सीएमओ से मिलकर अपनी रोटी रोजी छिनने का दुखड़ा रोया, जिस पर सीएमओ ने दुकानदारों से केस रीओपेन होने की बात कही और सीएमओ ने दुकानदारों को आश्वाशन दिया कि नगर पालिका दुकानदारों का पक्ष पूरी जिम्मेदारी से रखेगी और मामले को सुप्रीम कोर्ट तक लेकर जायेगी।

नगर के ईशानगर तिराहे पर स्थित नगरपालिका के विवेकानंद मार्केट को लेकर पिछले कई महीनों से जमीन मालिक के द्वारा बेचने के प्रयास किये जा रहे हैं, गत दिनों नागपुर में रहने वाले जमीन मालिक के द्वारा शहर में आकर अपनी जमीन को बेचने के लिए अलग अलग लोगों से मिलकर बेचने की सुगबुगाहट पिछले तीन चार दिनों से शहर में तेज हो गई, जिस पर विवेकानंद मार्केट के सभी 26 दुकानदारों ने अपनी रोटी रोजी की चिंता को देखते हुए नगर पालिका सीएमओ बसंत चतुर्वेदी से मिलकर अपनी व्यथा सुनाई| जिस पर सीएमओ बसंत चतुर्वेदी ने दुकानदारों को आश्वाशन दिया कि नगर पालिका के द्वारा दुकानों के केश को हाईकोर्ट में फिर से रीओपेन कराने के दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि नगर पालिका मामले को ऐसे ही नहीं छोड़ेगी और मामले को सुप्रीम कोर्ट तक लेकर जाएगी।

-क्या है मामला
ईशानगर तिराहे पर निर्मित नगर पालिका के विवेकानंद मार्केट का विवाद आज का नहीं पुराना है, जानकारी के मुताबिक जिस जगह पर विवेकानंद मार्केट और उससे लगी जमीन को नगर के रहने वाले वर्तमान में नागपुर निवासी मुस्लिम परिवार अपना बता रहा है, जिसके मालिकाना हक को लेकर मुस्लिम परिवार ने नगर पालिका के खिलाफ उनकी जमीन पर दुकाने बनाने को लेकर मामला एडीजे कोर्ट में दर्ज कराया, जिस पर एडीजे कोर्ट ने मुस्लिम परिवार को प्रकरण में मालिकाना हक देते हुए अपना फैसला सुनाया, जिसके बाद नगर पालिका मामले को लेकर हाईकोर्ट गई और वहां भी हार गई, जिसके बाद से मुस्लिम पक्ष अपने मालिकाना हक की जमीन में बनी दुकानें बेचने को लेकर लगातार प्रयासरत है, जिसके चलते दुकानदार खासे परेशान हैं।

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