108 के स्टाफ ने राजस्थानी महिला का कराया प्रसव, फिर बचाई दो जिंदगी
( वसीम उद्दीन )
मध्यप्रदेश। प्रसव पीड़ा से परेशान महिला के लिए इमरजेंसी सेवा 108 फिर से दोबारा हमदर्द साबित हुई है शनिवार की रात्रि में 108 ने फिर दो जिंदगी को बचाने में सफलता प्राप्त की है उप स्वास्थ्य केंद्र, अहमदपुर में शनिवार को स्टाफ नदारद था देखा जाए तो शनिवार का दिन गर्भवती महिलाओं के लिए खास दिन रहा अगर 108 का स्टाफ अपनी सतर्कता नहीं दिखाता तो 3 बच्चों और 2 महिलाओं को अपनी जान,गवाना पड़ती, गौरतलब है कि शनिवार को सीलखेड़ा निवासी प्रसूता संतोषी बाई को जुड़वा बच्चों ने जन्म दिया था स्टाफ नदारद मिला था 108 ने प्रसव कराया था उसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग अपनी नींद से नहीं जागा रात्रि में शनिवार की 3:00 बजे करीब उप स्वास्थ्य केंद्र अहमदपुर प्रसूता महिला कमलाबाई पति मालाराम उम्र 24 साल राजस्थान के रहने वाले हैं जो अहमदपुर के समीपस्थ ग्राम मोतीपुरा में अपना डेरा डाले हुए हैं राजस्थानी यह वह लोग हैं जो ऊंट और गाडर बालो के नाम से जाने जाते हैं, अपने शहर से दूर अनजान जगह में होने के बावजूद आज बह खुश नजर आ रहे हैं, उसका कारण है 108 में पदस्थ डॉक्टर मुबीन अहमद, जिन्होंने एक सराहनीय काम किया है।
-राजस्थानी भाषा नहीं आ पा रही थी समझ
जब हमारे प्रतिनिधि ने दो सराहनीय काम करने पर डॉक्टर मुबीन अहमद से चर्चा की, तो उन्होंने बताया कि राजस्थानी भाषा हमारे समझ में नहीं आ पा रही थी और दूसरी वजह पहला बच्चा महिला का ऑपरेशन द्वारा हुआ था दूसरा बच्चा जिला मुख्यालय सुल्तानिया अस्पताल में होना था लेकिन रात्रि ज्यादा होने की वजह से और महिला के दर्द के कारण हमें एक बार फिर रिस्क लेकर प्रसव कराना पड़ा जिसमें यह कहावत सच हुई है कि जिसका कोई नहीं होता उसका तो खुदा है यारों, महिला कमलाबाई को सफलतापूर्वक प्रसव कराया गया