मध्य प्रदेश

शहडोल में डायलिसिस करने के उपरांत पत्नी की हुई थी मृत्यु , पति ने अस्पताल पर लगाया लापरवाही का आरोप

अस्पताल कर रहा उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना, पीड़ित ने सरकार से लगाई इंसाफ की गुहार

मध्य प्रदेश: शहडोल ज़िला अस्पताल में भर्ती होने के चार दिन बाद भी ऑपरेशन नहीं होने और बुधवार को मेडिकल कॉलेज के लिए रैफर कर बेड से उतार देने के बाद मरीज लीलावती ने अब इलाज़ के लिए निजी अस्पताल की शरण ली है। लीलावती को ज़िला अस्पताल में चार दिन तक भर्ती कर ऑपरेशन नहीं किया गया।

वहीं सर्जरी के लिए पैसा मांगने का मामला जब तूल पकड़ते दिखाई दिया, तो प्रबंधन इस मामले में जांच कराकर दोषी चिकित्सक के विरुद्ध कार्यवाही करने की बात कही। जबकि इसके पहले भी इलाज़ के नाम पर पैसा लेने के कई मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद भी प्रबंधन की तरफ़ से ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही। जिसके कारण चिकित्सकों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
क्या लिखा है कलेक्टर को दिए शिकायत पत्र में

विषयान्तर्गत आवेदक श्री राजेश कुमार विसनदासानी, गोरतरा पेट्रोल पंप शहडोल (म।प्र।) के द्वारा श्रीराम हेल्थ केयर शहडोल में राजेश की पत्नी का ग़लत तरीके डायलिसिस करने के उपरांत मृत्यु हो जाने के कारण जांच कार्यवाही एवं न्याय दिलाये जाने बावत शिकायती आवेदन पत्र इस कार्यालय में प्रस्तुत किया गया है। जिसकी छायाप्रति संलग्न है।

पूर्व में उक्ताशय का आवेदन पत्र आवेदक द्वारा इस कार्यालय में प्रस्तुत किया गया था, जो संदर्भित पत्र के माध्यम से मूलतः आपकी ओर आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित किया गया है। आवेदक द्वारा तद्विषयक आवेदन पत्र पुनः दिनांक-22-03-2024 को इस कार्यालय में प्रस्तुत किया गया है।

उक्त पत्र आयुक्त महोदय की समय-सीमा में दर्ज है। कृपया पत्र में उल्लिखित बिन्दुओं के सम्बंध में 15 दिवस के भीतर अनिवार्य में स्पष्ट जांच प्रतिवेदन रूप से इस कार्यालय को उपलब्ध कराने का कष्ट करें।

हाई कोर्ट ने आदेशित किया स्वास्थ्य चिकित्सालय सी0एम0ओ0 को श्री राम हेल्थ केयर सेन्टर की जो-जो जांचे की है उनके डॉक्यूमेन्ट दस्तावेज 03 हफ्ते में हाई कोर्ट में पेश किये जाये सी0एम0ओ0 एम0एस0 सागर गोपीलाल की डिग्री लगाकर झूठी रिपोर्ट बनाया डॉक्टर भूपेन्द्र सिंह सेंगर झूठा एफीडेविट झूठी रिपोर्ट हाई कोर्ट में जाकर पेश किया जो शिकायतकर्ता जो हाई कोर्ट में याचिका लगाया न उसका कोई बयान हुआ और न कोई कथन हुआ। डॉ0 ए0के0 लाल स्वास्थ्य चिकित्सालय सी0एम0ओ0 जो अभी वर्तमान में है मेरे पंप में आया आकर बैठा और बोला कि हमको श्री राम हास्पिटल की जांच करने का आदेश हुआ है। आपका बयान लेना है और कथन भी लेना है। फिर मैं डॉ0 ए0के0 लाल को गोपीलाल की वीडियो दिखाया डा0 ऐ0के0 लाल ने बोला कि ठीक है मेरे स्वास्थ्य चिकित्सालय का स्टाफ है पूरे डॉक्टरों की टीम के सामने आपका बयान लेंगे तभी आप सबको वीडियो दिखा देना और पेन डाईव भी दे देना। फिर उसके बाद कोई ज़िला चिकित्सालय का डॉक्टर और स्टाप न कोई बुलाया और न उसके बाद मुझसे कोई कॉन्टेक्ट किया माननीय उच्च न्यायालय के दो-दो बार आदेश होने के बाद भी आम नागरिक जनता के साथ न्याय नहीं होता है। ऐसे भ्रष्ट अधिकारी रहेंगे तो मोदी की गारंटी नहीं रहेगी। आरोपी हत्यारों को बचाने के लिए भ्रष्ट अधिकारियों की गारंटी रहेगी। श्रीमान् महोदय जी आपसे निवेदन है कि केश को रि ओपन किया जाये और दुबारा जांच करवाई जाये मैं पेन ड्राईव भी भेज रहा हूँ। जिसमें गोपीलाल की पूरी बाते रिकार्ड है। मैं अपने परिवार के गवाहों की एफीडेविड भी भेज रहा हूँ। श्रीमान् महोदय जी पी0एम0 हाउस नई दिल्ली में वहाँ भी शिकायत दर्ज हुई है 09 / 02 / 2024 को शिकायत दी।

शहडोल में राजेश ने लगाई सरकार से इंसाफ की गुहार!

जब जांच करने की टीम गठित हो गई जांच करने के लिए स्वास्थ्य चिकित्सालय के भ्रष्ट अधिकारी ही रहेगे। दो साल पहले माननीय उच्च न्यायालय ने आदेश किया एक प्राईवेट हास्पिटल की जांच करने का। वे प्राईवेट हास्पिटल ज़िला मुख्यालय के बगल में है पाली रोड शहडोल (म0प्र0) और उस हास्पिटल में कई मरीजों की मृत्यु हो गई और जान चली गई उस हास्पिटल में जांच करने के लिये सी0एम0ओ0 एम0एस0सागर पूर्व में भ्रष्ट अधिकारी रहा। उसने जांच करने के लिये टीम गठित किया जांच करने वालों की टीम गठित हुई। जो वर्तमान में सी0एम0ओ0 डॉ0 ए0के0 लाल गठित हुई टीम में रहे। डॉ0 हीरालाल शुक्ला, डॉ0 वाई के पासवान जांच करने वालों की टीम गठित हुई। उस प्राइवेट हास्पिटल का प्रबंधक द्विवेदी जांच करने वाली टीम को मुँह मांगा पैसा दिया। स्वास्थ्य चिकित्सालय के भ्रष्ट अधिकारी व डॉक्टरों को पैसों के सीवय कुछ नहीं दिखता है। गरीबों से भी पैसा खून जैसे चूसते हैं। श्रीमान् महोदय जी जो टीम जांच करने आयेगी वही वैसे ही जांच करेगी और माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी भ्रष्ट अधिकारी ईमानदारी से जांच नहीं करते हैं। आज उस प्राइवेट हास्पिटल का प्रबंधक द्विवेदी हत्यारा पैसों की दम पर आजाद घूम रहा है। अगर भ्रष्ट अधिकारी लोग ईमानदारी से जांच करते तो उस प्राइवेट हास्पिटल का प्रबंधक द्विवेदी जेल हवालात के अंदर रहता आज।

राजेश ने कहा इंसाफ मिलने में क्यों लग रही है इतनी देरी

राजेश के परिवारजन भी हो चुके हैं निजी अस्पताल के शिकार और आरोपी घूम रहे हैं आजाद। राजेश ने कहा कि श्री राम हेल्थ केयर सेंटर प्रबंधक विजय द्विवेदी गणेश कुशवाहा कानून के हाथ से अभी भी यह लोग बचे हुए हैं ये हत्यारे लोग आजाद घूम रहे हैं वह आरोपियों पर सबसे सख्त कार्यवाही हो और मुझे इंसाफ दिलाया जाए

ई खबर मीडिया के लिए हरियाणा ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट

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