मध्य प्रदेश

सीएम की विधानसभा में मास्क और सैनिटाइजर का टोटा, कंपनी ने दान दिए वो दबा दिए

 

( योगेश राजपूत )

मध्यप्रदेश। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विधानसभा बुधनी में मास्क और सैनिटाइजर का टोटा है। सरकारी तो छोडिए दवा दुकानों तक पर मास्क और सैनिटाइजर नहीं मिल रहे है। एक कंपनी ने हेल्थ डिपार्टमेंट को ग्रामीणों में बांटने के लिए लगभग 2500 मास्क और कई लीटर सैनिटाइजर दान में दिया,लेकिन उसका क्या हुआ और कहां गया कुछ हिसाब नहीं है। नगरीय और ग्रामीण इलाकों में लोग मास्क और सैनिटाइजर की तालाश में भटक रहे है। इसी चक्कर में हर रोज कई लोग लॉकडाउन का उल्लघंन कर अपनी जानक जोखिम में डालते है। हेल्ड डिपार्टमेंट के पास मास्क और सैनिटाइजर तक नहीं है तो फिर कोराना महामारी से लडने की क्या तैयारी है?

जानकारी के अनुसार ट्राइडेंट लिमिटेड और वर्धमान फैब्रिक्स ने आमजन के लिए काफी बड़ी मात्रा में सैनिटाइजर और मास्क दिए जाने की बात कही साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से यह सामग्री देने का दावा भी किया लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और ही नजर आई यह प्रक्रिया फोटो सेशन तक ही सीमित रह गई जब इस मामले में प्रशासन से पूछा गया कि आम लोगों के लिए मास्क और सैनिटाइजर की क्या व्यवस्था है तो नगर परिषद सीएमओ ज्योति सुनहरे ने बताया कि वह सामग्री अस्पताल के सुपुर्द की गई है जब सीएमएचओ प्रभाकर तिवारी से इस मामले में जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि सैनिटाइजर और मास्क हमारे स्टाफ के लिए है ना कि आमजन के लिए। चूंकि अस्पताल सहित मेडिकल स्टोर्स पर भी मास्क, सैनिटाइजर उपलब्ध नहीं है ऐसी स्थिति में संक्रमण का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है। लपरवाही की हदें पार की जा रही है। अगर लोगों को मास्क और सैनिटाइजर ही उपलब्ध नहीं हुए तो वो अपना बचाव कैसें करेंगे।

भोजन व्यास्था भी खाराब…

बुधनी मुख्यालय पर भोजन वितरण व्यवस्था भी बहुत खाराब है कई लोगों को भोजन नहीं मिल रहा है,अनेक लोग रोज शिकायत कर रहे है,लेकिन स्थानिय प्रशासन कोई सुनवाई न​ही कर रहा। लॉक डाउन में फंसे हुए लोगों को खाने की व्यवस्था के सवाल पर सीएमओ ज्योति सुनहरे ने कहा कि यह काम हमारा नहीं है हम तो बस मदद कर रहे हैं, हालांकि नगर की स्वयंसेवी संस्थाएं जिनमें शिवानी यादव, सत्येंद्र सिंह सिवाच, इमरान पहलवान आदि ऐसे लोगों की मदद करने में लगे हुए हैं।

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