मध्य प्रदेश

संसाधनों के टोटे से जूझते अपने गृह जिले के अस्पताल को कितना संवार पाएंगे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

— मुख्यमंत्री बोले प्रदेश में अनलाक के बन रही है गाइडलाइन
—मुख्यमंत्री ने सीहोर में अधिकारियों के साथ कोरोना की समीक्षा

जोरावर सिंह

मध्यप्रदेश। प्रदेश में कोरोना की स्थिति को लेकर सीहोर जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों के साथ बैठक ली। इसमें उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की पॉजीिवटी दर लगातार कम हो रही है, यह संतोष की बात है। प्रदेश में अनलॉक के गाइड लाइन बनाई जा रही है। वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि तैयारियां की जा रही है, इससे कोरोना की तीसरी लहर निष्प्रभावी बनाया जा सके।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीहोर जिला मुख्यालय पर पहुंचे, उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक ली। इस बैठक में सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, देवास सांसद, विधायक एवं कलेक्टर एसपी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने अिधकारियों से जिले में कोरोना महामारी से बचाव के इंतजाम और दवाइयों की जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही पत्रकारों से भी मुखातिव हुए।

— वह हमारे बच्चे हैं…

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना से जिनके माता पिता नहीं रहे है वह हमारे बच्चे है, उनकी पढाई से लेकर अन्य व्यवस्थाएं की जाएंगी। सीहोर जिले में चार बच्चे ऐसे मिले है, जिनके माता पिता नहीं रहे है, उनके लिए उनके लिए पंाच हजार रूपए पेशन की व्यवस्थाएं की जाएंगी।

— मुख्यमंत्री का दावा कोरोना संक्रमण अब काबू में

मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना का पॉजीविटी रेट करीब ढाई प्रतिशत रह गया है, किल काेरोना अभियान लगातार जारी रहेगा। तीसरी लहर कोरोना की लहर को आने से रोक दें, इससे तीसरी लहर आ ही न पाए, हम अभी से चिंता कर रहे है कि अब तीसरी लहर नहीं आए, इसके लिए घर घर दस्तक दी जाएगी, जिन पाज्ाीटिव लोगों की पहचान होगी, उनका उपचार कराया जाएगा। आम जनता से सावधानी रखने की अपील की है।

— प्रदेश के हर जिले में आक्सीजन प्लांट बनेंगे

मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना महामारी को देखते हुए प्रदेश के हर जिले में आक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए गए है, दवाइयों का इंतजाम होगा, अन्य संसाधनों को बढाया जाएगा। बिस्तरों का भी इंतजाम किया जाएगा। इससे कोरोना के मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पडेगा।

— सरकारी अस्पतालों में संसाधनों का है टोटा

प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कोरोना के दौरान संसाधनों का टोटा सामने आ चुका है संसाधनों की कमी का खामियाजा प्रदेश की जनता उठा चुकी है प्रदेश में कई स्थानों पर आक्सीजन की कमी से कोरोना के मरीजों की मौत तक हुई है। प्रदेश के अन्य सरकारी अस्पतालों की तरह सीहोर में जिला मुख्यालय से लेकर तहसील मुख्यालयों के अस्पतालों में संसाधनों का टोटा है इस कारण से गंभीर मरीजों को रेफर कर दिया जाता है, अब बडा सवाल यही है कि अस्पतालों की हालत कितनी सुधरेगी, और कब तक तक सुधरेगी, जिसका लाभ मरीजों को मिल सकेगा यह तो वक्त बताएगा।

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