मध्य प्रदेश

फिर सरकार पर हमलावर यशंवत सिन्हा, शिव’राज’ में किसानों के लिए धरने पर बैठे

नरसिंहपुर पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा भाजपा सरकार को निशाने पर लेने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं। इस बार वे शिवराज सरकार की नींदें उड़ाने मध्यप्रदेश जा पहुंचे हैं। जसवंत सिन्हा मध्यप्रदेश में आंदोलनकारी किसानों पर दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। एक फरवरी को उन्होंने किसान के लिए अपने पहले आंदोलन की शुरुआत नरसिंहपुर से की। एनटीपीसी से जुड़े भू-विस्थापित किसानों को राहत देने व उन पर दर्ज किए एससीएसटी एक्ट के मामले की निष्पक्ष पड़ताल करने की मांग को लेकर उन्होंने कलेक्टोरेट के मुख्य गेट पर गुरुवार को करीब एक बजे से धरना शुरू कर दिया। प्रशासन ने उनसे बातचीत भी करने की कोशिश की, लेकिन वार्ता विफल रही।

सिन्हा कलेक्टोरेट गेट पर अकेले धरने पर बैठे रहे। उनके धरने की खबर सुनने के बाद एक-एक कर करीब 100 किसान पहुंचे। इसके बाद भी सिन्हा कलेक्टोरेट के गेट पर कुर्सी पर अकेले ही डटे रहे। गुरुवार को करीब एक बजे कलेक्टोरेट के मुख्य गेट पर पहुंच गए। उनके साथ किसान नेता शिवकुमार शर्मा कक्काजी भी थे। सिन्हा से कलेक्टर अभय वर्मा, एसपी डॉ. मोनिका शुक्ला ने भी मुलाकात की। सिन्हा ने जब उनसे पूछा कि किस तरह किसानों पर फर्जी तरीके से मामला दर्ज किया गया है तो दोनों अधिकारी बगलें झांकने लगे। उन्होंने विवशता भी बताई कि एससीएसटी एक्ट के दर्ज मामले अब वापस नहीं लिए जा सकते हैं। इस पर यशवंत सिन्हा ने कहा कि एनटीपीसी के जिस अधिकारी ने मामला दर्ज कराया है, उन्होंने ऐसी कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई, जिससे किसानों पर यह मामला बने। इसके बाद सिन्हा ने दोनों अधिकारियों से कहा कि आप पड़ताल कर लीजिए, तब तक वह धरने पर रहेंगे। पड़ताल चाहे आप 6 घंटे में कर लें या 6 माह में, वह तब तक यहां धरने पर ही बैठे हैं।

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