मध्य प्रदेश

किसान खेत पाठशाला से बढेगी किसानों की आमदानी

मध्यप्रदेश। प्रदेश में संभाग में आगामी दो वर्षों में कृषि आय दोगुनी करने के लिए किसान खेत पाठशाला अभियान अनवरत चलाया जाएगा। संभाग आयुक्त कवीन्द्र कियावत ने अभियान की कार्ययोजना को विदिशा- भोपाल और सीहोर के अधिकारियों के साथ बैठक कर अंतिम रूप दिया। इस पूरे अभियान का मकसद खेती मे किसानों के सहयोग से क्रांतिकारी परिवर्तन लाकर पहले ही वर्ष 30 से 40 फीसदी तक आय में वृध्दि करना है। उन्होंने कहा कि इस मकसद की पूर्ति के लिए गांव और शहर के हर उस व्यक्ति को आमंत्रण है जो कृषि क्षेत्र में बेहतर परिणाम के लिए प्रेरणा का काम कर सके। उन्होंने कहा कि इस अभियान का उददेश्य कृषि उप्तादकता में बढ़ोत्तरी,इस पाठशाला में जनप्रतिनिधियों, मीडिया, धर्मगुरू, एनजीओ को अभियान का हिस्सा बनाना है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी अमले को अभियान से जोड़ा जाएगा जो वातावरण निर्माण के लिए स्थानीय स्तर पर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर गतिविधि एक दिन की होगी। अलग-अलग तरीके से सभी ग्राम पंचायतों में प्रशिक्षण निर्धारित प्रशिक्षण मैनुअल के हिसाब से ही ट्रेनिंग होगी। इसके साथ ही उन्होंने बीजोपचार, मृदा स्वास्थ्य परीक्षण, फसल प्रबंधन, कीटनाशक, खाद, फसल कटाई, नरवाई न जलाना की भी जानकारी कृषकों को देनी होगी। उन्होंने कलेक्टर को निर्देशित किया कि जिले में फसल कटाई के लिए आने वाले हारवेस्टर का पंजीयन करें, रिपर युक्त हारवेस्टर ही जिले में आए। साथ ही किसानों को सामूहिक शपथ दिलाएं कि वह नरवाई नही जलाएंगे। कृषक मेढ़ या थोड़ी सी भी छूटी हुई जगह का उपयोग करें। संतुलित बीज का उपयोग करें, छुटी हुई जमीन पर सब्जी या बेल नुमा फसलों को लगाने के लिए प्रोत्साहित करें। चार मेढ़-चार पेड़ में आम, आंवला, नीबू, कटहल तथा मुनगा, बांस व अन्य फलदार वृक्षों को लगाएं।

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