मध्य प्रदेश

मप्र में किसान सम्मान निधि पर भी डोल गया ईमान

– अब हो रही है वसूली की कार्रवाई
– सत्यापन में खुल गई पोल
मध्यप्रदेश। केन्द्र सरकार द्वारा किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना से पात्र किसानों को हर साल छह हजार रूपये की सम्मान निधि दी जाती है। इसके लिये ऑनलाइन आवेदन दर्ज किया जाता है। कई किसानों ने कियोस्क केन्द्र के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन पत्र दर्ज किये। पर इस सम्मान निधि पर भी कई लोगो का ईमान डोल गयाए और तिकडम भिडाकर यह राशि हासिल कर ली पर पकडे गए अब वसूली हो रही है इस तरह का मामला प्रदेश् के रीवा जिले से सामने आया है जहां कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी ने अपात्र किसानों से वसूली कराई है।
मामले के संबंध में तहसीलदार सिरमौर जितेन्द्र तिवारी ने बताया कि किसान सम्मान निधि में दर्ज किसानों के ऑनलाइन आवेदन पत्रों का लगातार सत्यापन किया जा रहा है। इसमें 10 किसान अपात्र पाये गए है अपात्र किसानों के नाम पोर्टल से हटाने के साथ.साथ राशि वसूली की कार्यवाही की जा रही है। तहसील सिरमौर में अपात्र पाये गये किसान शिवप्रसाद से दस हजार रूपयेए जगदीश प्रसाद से चार हजार रूपयेए संतोष कुमार द्विवेदी से छह हजार रूपयेए प्रदीप शुक्ला से आठ हजार रूपये, सविता सिंह से चार हजार रूपये, अंजनी कुमार से छह हजार रूपये तथा सतेन्द्र कुमार से छह हजार रूपये की राशि जमा करायी गई है। इसी तरह से तीन अन्य किसानों प्रभात मिश्रा से आठ हजार रूपये, अमित तिवारी से दस हजार रूपये तथा मंदाकिनी शुक्ला से दस हजार रूपये की राशि जमा करायी गई है। बैंक ड्रॉफ्ट तथा चालान के माध्यम से राशि शासन के खाते में जमा करायी गई है। कुल 10 अप़ात्र लोगों से 72 हजार रूपए की राशि वसूल की है।
अभी और खुल सकती है परतें
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में केन्द्र सरकार की योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में जिन किसानों द्वारा आन लाइन कर आवेदन कर सम्मान राशि प्राप्त की है। उनका सत्यापन भी किया जा रहा हैय ऐसे में कई जिलों से अपात्र किसान सामने आ सकते है। अपात्र किसानों पर कठोर कार्रवाई से उन किसानों को लाभ मिल सकेगा जो किसान इस सम्मान निधि से वंचित रहे है, तो वहीं कई किसानों का कहना है सम्मान निधि योजना के हितग्राहियों की सघन जांच होना इससे अपात्रों के नाम सामने आ सकेंगे।

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