बुरा न मानों होली है..रूठे—रूठे सिंधिया…मनाऊ कैसे!
मध्यप्रदेश। प्रदेश की सियासत में होली का रंग जमकर चढ गया है। शायद इस समय सरकार यही गीत गुनगुना रही होगी कि रूठे—रूठे सिंधिया मनाऊ कैसे..! कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का रूठना भी जायज है.. उन्होंने अतिथि शिक्षकों के साथ सडक पर उतरकर आंदोलन करने वाला बयान देकर सरकार को पहले ही चेता दिया था, लेकिन सरकार ने शायद सिंधिया को हल्के में लिया नतीजतन प्रदेश की सियासत में सिंधिया का रंग जमकर चढ गया। सोमवार को सिंधिया ने अपनी राजनीतिक ताकत का भी अहसास सरकार को करा दिया और अब सरकार के पास सरकार बचाने के लिए सिर्फ यही विकल्प रह जाता है कि सिंधिया को कैसे भी हो मना लिया जाए। राजनैतिक जानकारों का कहना है कि सरकार सिंधिया को मनाने में लग गई है…और अब सब आल इज वैल है..
दिग्विजय सिंह के बयान के बाद चढा सियासी पारा—
प्रदेश में इन दिनों सियासी पारा चरम पर है। गांव की गलियों से लेकर राजधानी तक सब जगह यही चर्चा है कि कुछ तो गडबड है..राज्यसभा चुनाव के लिए क्या ये खींचतान चल रही है य सच में सरकार को अस्थिर करने की पुरजोर कोशिश की जा रही है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का कहना कि सरकार को अस्थिर करने विधायकों को रूपए—पैसों का आफर दिया जा रहा है, दिग्विजय सिंह ने तो अपने बयान में यह तक कह दिया कि सरकार को अस्थिर करने विधायकों को करोडों रूपए के आफर तक दिए जा रहे हैं। दिग्विजय सिंह के बयान के बाद विधायकों का बैंगलुरू जाना.. विधायक डंग के इस्तीफे की खबर से राज्य में सियासी पारा चढ गया। हालांकि कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफे पर अभी तक सस्पेंस बरकरार है।
क्या ये सब राज्यसभा के लिए—
राज्यसभा सदस्य का चुनाव राज्य विधानसभा के चुने हुए विधायक करते हैं। एक राज्यसभा सीट के लिए 58 विधायकों की आवश्यकता होती है। एमपी से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया का कार्यकाल 9 अप्रेल को पूरा हो रहा है। विधानसभा में वर्तमान विधायकों की संख्या पर यह माना जा रहा है कि इन तीन में से दो सीटों पर कांग्रेस और एक सीट पर भाजपा प्रत्याशी जीत हांसिल करेंगे! प्रदेश में चल रही सियासी गहमागहमी का एक कारण ये भी माना जा रहा है कि ये सब राज्यसभा चुनाव के लिए किया जा रहा है।
क्या सिंधिया जाएंगे राज्यसभा!—
पूरे देश में रंगों का त्योहार होली पर्व मनाया जा रहा है। सियासत पर भी होली का रंग चढने लगा है। होली के खुमार के बीच एक खबर यह भी आ रही है कि अगर सिंधिया पर भाजपा का रंग चढता है तो भाजपा उन्हें मध्यप्रदेश से राज्यसभा में भेजकर केन्द्रीय मंत्री बना सकती है!