अंबेडकर विश्वविद्यालय में “ई-लर्निंग बनाम क्लासरूम लर्निंग” विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता
मध्यप्रदेश। डॉ. बीआर अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय में प्रबंधन अध्ययनशाला द्वारा अध्ययनशाला स्तरीय “ई-लर्निंग बनाम क्लासरूम लर्निंग” विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता की शुरुआत कुलपति प्रो. आशा शुक्ला के आशीर्वचन से हुई जिसमें उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को हमेशा सीखते रहना चाहिए और जब भी अपने कौशल और ज्ञान को प्रदर्शित करने का मौका मिले तो हमेशा तैयार रहना चाहिए। आगे उन्होंने अपनी व्यक्तिगत कहानी बताते हुए कहा कि आप अपनी लगन और मेहनत से किसी भी मुकाम तक पहुंच सकते हो। सभी विद्यार्थियों को प्रतियोगिता हेतु शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित सहायक कुलसचिव संध्या मालवीय ने विद्यार्थियों को इस तरह के कार्यक्रमों में भाग लेने हेतु प्रेरित करते हुए कहा कि जब भी आप कुछ करते हैं तो गलतियां होने की गुंजाइश होती हैं तो हमें गलतियों से डरना नहीं है बल्कि उनसे सीखना है और आगे बढ़ते रहना है। कार्यक्रम की प्रस्तावना एवं स्वागत उद्बोधन कार्यक्रम संयोजक डॉ. विशाल पुरोहित द्वारा दिया गया जिसमें उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया और कार्यक्रम के बारे में सभी को अवगत करवाया। निर्णायक समिति के अध्यक्ष के रूप में डॉ पी सी बंसल द्वारा विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से विद्यार्थियों का व्यक्तित्व विकास बहुत ही अच्छे तरीके से होता है।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. भरत भाटी के द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया तथा प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सांत्वना पुरस्कार पाने वाले प्रतिभागियों की घोषणा की गई । प्रतियोगिता में प्रथम स्थान बीकॉम की छात्रा अक्षिता शर्मा ने, द्वितीय स्थान एमबीए की छात्रा शिखा चौधरी ने, तृतीय स्थान एमबीए की छात्रा कंचन सोनिक ने एवं सांत्वना पुरस्कार हर्षिता कौशल ने अर्जित किया। कार्यक्रम की आयोजन समिति में शिखा चौधरी, जगदीश गुप्ता, दिव्या तिवारी, अक्षिता शर्मा एवं रितिशा जोशी शामिल थे।