मध्य प्रदेश

मुददतों बाद मिली सीहोर नपा को गंवाने के मूड में नहीं भाजपा

– अनुभवी जसपाल अरोरा पर भाजपा  फिर जता सकती है विश्वास
सीहोर। जिले में सबसे बडी नगर पालिका सीहोर में कांग्रेस हमेशा ताकत में रही है। हालांकि बीते एक दशक से यह नपा भाजपा के ही कब्जे में है। गत चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रही अमित जसपाल सिंह अरोरा ने कांग्रेस प्रतयाशी को बडे अंतर से हराया था। अब फिर आगामी दिनों में चुनाव होना संभवित है। निकाय चुनाव की फिर से सरगर्मियां बढने लगी है। भाजपा से टिकट दावेदारों में करीब आधा दर्जन भावी उम्मीदवार कतार में बताए जा रहे है। हालांकि मुददतों बाद इस सीहोर नपा को भाजपा किसी भी कीमत पर गंवाने के मूण्ड में नहीं है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा फिर से निकाय के अनुभवी नेता जसपाल सिंह अरोरा पर फिर से विश्वास जता सकती है।
गौरतलब है कि बीते दो कार्यकालों से सीहोर नगर पालिका पर भाजपा का कब्जा रहा है। एक बार फिर सीहोर नगर पालिका के चुनाव आ गए है। टिकट की जोड तोड शुरू हो गई है। हालांकि अभी चुनावों की तारीखे आना बाकी है पर जो दावेदार है उनके समर्थकों द्वारा सोशल मीडिया पर अपनी मंशा जाहिर की जा रही है। जबकि अभी सीहोर नगर पालिका का कार्यकाल समाप्त नहीं हुआ है। अपने अंतिम दौर में नगर पालिका अध्यक्ष अमिता जसपाल सिंह अरोरा द्वारा शहर में विकास कार्यों की कोई कसर नहीं छोडी जा रही है। लगभग प्रतिदिन ही शहर में कहीं न कहीं भूमिपूजन कार्य किए जा रहे है। शहर में विकास कार्य भी नजर आने लगे हैं। वहीं जसपाल सिंह अरोरा समर्थकों की मंशा है कि भाजपा उन फिर
से विश्वास जताएं।
अटल जी की प्रतिमा से अरोरा आए चर्चाओं में
उल्लेखनीय है कि भाजपा के लोकप्रिय नेता रहे अटल विहारी वाजपेयी की दिवंगत होने के बाद देश में सबसे पहली प्रतिमा सीहोर नगर पालिका द्वारा ही लगाई गई है। उनकी प्रतिमा लगने के बाद ही जसपाल सिंह अरोरा प्रदेश सहित देशभर में चर्चाओं में आ गए थे। इतनी ही नहीं अमिता अरोरा के कार्यकाल में भारत माता की प्रतिमा, पार्क की सौगात सहित अन्य निर्माण कार्य भी शहर को दिए हैं।
लोकप्रियता ऐसी कि क्षेऋ का नाम ही रख दिया अरोरा नगर
जसपाल सिंह अरोरा पहले नगर पालिका में स्वयं भी अध्यक्ष रह चुके हैं, इस बार उनकी पत्नी वर्तमान में नगर पालिका में अध्यक्ष हैं। अरोरा को निकाय का अच्छा खासा अनुभव है। वे निर्धन बस्तियों में खासे लोकप्रिय हैं। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर में एक क्षेऋ ही उनके नाम से जसपाल सिंह अरोरा नगर के नाम स ेरखा गया है।
जीते तो बनेगी भाजपा की हैट्रिक
गौरतलब है कि सीहोर जिला तीन संसदीय क्षेऋ में लगता है। तीनों ही सांसद भाजपा के आते हैं इतना ही नहीं जिले के चारों विधायक भी भाजपा के है। ऐसे में इस बार भाजपा की मंशा है कि जिले की नौ नगरीय निकायों में भी भाजपा का परचम ही लहराया जाए। फिलहाल नौ नगरीय निकायों में सात भाजपा के पास है, जबकि जिले की आष्टा नगर पालिका में कांग्रेस और जावर में निर्दलीय का कब्जा रहा है। भाजपा की मंशाा है कि अनुभवी नेता को ही सीहोर निकाय का टिकट दिया जाए, जिससे यह निकाय फिर से भाजपा के पास ही रहे। यदि इस बार भी ऐसा होता है तो यह भाजपा की हैट्रिक होगी।

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