मध्य प्रदेश

भोपाल में 40 इंच पानी गिरा

भोपाल। भोपाल में तेज बारिश से जहां डैम-तालाब छलक उठे, वहीं लोगों की मुश्किलें भी खड़ी हो गई हैं। तेज बारिश होने से रविवार को खेजड़ा बरामद में सडक़ों पर बोट चलानी पड़ी। यहां करीब 50 घरों के आसपास 2 फीट तक पानी भर गया। इससे लोग घरों में ही कैद हो गए। सोमवार को तेज बारिश होने की स्थिति में लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जाएगा। इधर, केरवा डैम के पास पिकनिक मनाने पहुंचे युवकों की कार पानी में फंस गई। कार में बैठे चारों युवक सुरक्षित हैं। कार सोमवार सुबह भी फंसी रही। भोपाल में सीजन की 106 प्रतिशत बारिश हो चुकी है।
भोपाल जिले में सामान्य बारिश से करीब ढाई इंच पानी ज्यादा गिर चुका है। अब हो रही बारिश बोनस की तरह है। हालांकि, शहर में 48 इंच पानी गिर चुका है। बारिश की वजह से रविवार को भोपाल के तीनों डैम- कलियासोत, केरवा और भदभदा के गेट खोल दिए गए। भोपाल के पास कोलार डैम में भी पानी तेजी से आ रहा है। संभवत: सोमवार को कोलार डैम के गेट भी खोले जा सकते हैं। डैम से पानी छोड़े जाने से जिला प्रशासन दामखेड़ा, समर्धा टोला जैसे निचले इलाकों पर नजर रख रहा है। समर्धा टोला में तो कुछ लोगों को शिफ्ट भी किया गया है।
जानकारी के अनुसार- खेजड़ा बरामद में पातरा नाला के ओवरफ्लो होने के कारण आदिनाथ परिसर ड्रीम सिटी, राधाकृष्ण पुरम् आदि कॉलोनियों में पानी भर गया। इन कॉलोनियों में अवैध निर्माण किए जाने से ऐसी स्थिति बनी है। इसकी वजह से रविवार को एसडीएम रवीशकुमार श्रीवास्तव समेत अफसर बोट में सवार होकर लोगों के पास पहुंचे। एसडीएम श्रीवास्तव ने बताया कि होमगार्ड की बोट के जरिए रहवासियों से बात की गई। वे सुरक्षित हैं। यदि तेज बारिश होती है, तो उन्हें रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा।
भोपाल में पिछले 10 साल में छह बार सबसे ज्यादा पानी गिरा है। इससे पहले, साल 2022 में 74 इंच बारिश हुई थी। भोपाल में अब तक करीब 40 इंच बारिश हो गई है। शनिवार की रात में 4 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। भोपाल की सामान्य बारिश 37.6 इंच है। इस हिसाब से अबकी बार ढाई इंच पानी ज्यादा गिर गया है। अब भोपाल में जो भी बारिश होगी, वह बोनस रहेगी।
भोपाल में 23 जून को मानसून एंटर हुआ था। जून, जुलाई और अगस्त में कोटे से ज्यादा पानी गिर गया। यही कारण है कि अगस्त के आखिरी दिनों में ही कोटा पूरा हो गया है। तेज बारिश की वजह से रविवार को कलियासोत के 6, भदभदा 3 और केरवा डैम के 4 गेट खुल गए। पिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डाले तो 2016, 2019 और 2022 में 50 इंच से अधिक बारिश हुई थी। 2022 में तो आंकड़ा 73 इंच तक पहुंच गया था। पिछले साल सामान्य से बारिश 30.9 इंच ही पानी गिरा था। मौसम विभाग के अनुसार, अगस्त में भोपाल में 13 इंच बारिश होने का ट्रेंड है। इस बार अब तक 17 इंच से ज्यादा पानी बरस चुका है। इस बार जून, जुलाई और अगस्त में कोटे से ज्यादा पानी गिरा है।

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