प्रयागराज महाकुंभ आज 3:30 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
त्रिवेणी तट पर उम्र श्रद्धा का सैलाब
प्रयागराज
महाकुंभ का पहला अमृत (शाही) स्नान करीब 12 घंटे बाद खत्म हो गया। जूना अखाड़ा समेत सभी 13 अखाड़ों के संत स्नान कर चुके हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इन 12 घंटों में 3.5 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। श्रद्धालुओं पर हेलिकॉप्टर से लगातार फूल बरसाए गए।
वहीं, स्नान के बाद लोगों ने प्रयागराज से लौटना शुरू कर दिया है। इससे रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भारी भीड़ हो गई है। प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर पैर रखने की जगह नहीं है। लोगों को हॉल में रोक लिया जा रहा है। आने वाली ट्रेन के हिसाब से ही प्लेटफार्म पर भेजा जा रहा है। रेलवे के PRO अमित सिंह ने बताया कि आज सुबह से अभी तक 55 महाकुंभ स्पेशल ट्रेनें रवाना की हैं। रात में यह आंकड़ा और बढ़ेगा।
उधर, जब लोगों को लगा कि उनका प्रयागराज से आज निकलना मुमकिन नहीं है, तो उन्होंने रैन बसेरों का रुख किया। लेकिन, सभी रैन बसेरे फुल हो चुके हैं। लोगों ने रैन बसेरों के बाहर ही डेरा जमाना शुरू कर दिया है।
वहीं, सुबह 6 बजे अमृत स्नान का अद्भुत दृश्य था। हाथों में तलवार-त्रिशूल और डमरू लिए संन्यासी हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए घाटों पर पहुंचे। महाकुंभ में पहली बार शाही स्नान की जगह अमृत स्नान शब्द का इस्तेमाल किया गया। अखाड़ों ने नाम बदलने का प्रस्ताव दिया था।