राष्ट्रीय

हावड़ा से मुंबई जा रही ट्रेन के 18 डिब्बे पटरी से उतरे, दो की मौत, 20 घायल; राहत-बचाव कार्य जारी

झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में मंगलवार तड़के ट्रेन नंबर 12810 मुंबई-हावड़ा मेल के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए। घटना में दो लोगों की मौत की खबर है। वहीं, 20 यात्री घायल हो गए। कुल घायलों में पांच लोगों को हल्की चोटें आई हैं और उनका घटनास्थल पर ही इलाज कर दिया गया। हालांकि, कुछ यात्रियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हावड़ा से सोमवार रात को निकली यह ट्रेन मंगलवार तड़के ही हादसे का शिकार हुई। चक्रधरपुर रेलवे संभाग के पीआरओ ने बताया कि यात्रियों को रवाना करने के लिए ट्रेन का इंतजाम किया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि यह दुर्घटना जमशेदपुर से करीब 80 किलोमीटर दूर बड़ाबांस के पास सुबहर 3 बजकर 45 मिनट पर हुई। यह जगह पश्चिमी सिंहभूम के काफी करीब है। बड़ाबांस के पास मुंबई-हावड़ा मेल के 22 में से 18 डिब्बे पटरी से उतर गए। इनमें बी4 डिब्बे में एक यात्री की मौत हुई है। वहीं, इसी कोच में एक अन्य शख्स के फंसे होने की बात सामने आ रही है। बताया गया है कि कुल 16 यात्री डिब्बे थे, एक पैंट्री कार थी, जबकि एक पावर कार थी। घायलों को बड़ाबांस में चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई गई। उन्हें अब बेहतर इलाज के लिए चक्रधरपुर ले जाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान जारी है। एक प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि यह रेल दुर्घटना सरायकेला-खरसावां जिले के खरसावां प्रखंड के पोटोबेडा में हुई। दक्षिण-पूर्वी रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि इस घटनास्थल के करीब ही एक मालगाड़ी भी पटरी से उतर गई। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह घटनाएं एक ही समय पर हुईं या अलग-अलग वक्त पर।

रेलवे द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर- 

टाटानगर : 06572290324
चक्रधरपुर : 06587 238072
राउरकेला: 06612501072, 06612500244
हावड़ा: 9433357920, 03326382217
रांची: 0651-27-87115.
एचडब्ल्यूएच हेल्प डेस्क: 033-26382217, 9433357920
एसएचएम हेल्प डेस्क: 6295531471, 7595074427
केजीपी हेल्प डेस्क: 03222-293764
सीएसएमटी हेल्पलाइन ऑटो नंबर 55993
पी एंड टी 022-22694040
मुंबई: 022-22694040
नागपुर: 7757912790
पश्चिमी सिंहभूम के संभागीय कमिश्नर कुलदीप चौधरी ने कहा कि घटना में दो लोगों की मौत हुई है, जबकि 20 लोग घायल हैं। राहत-बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की एक टीम को बुलाया गया है। जिस जगह यह घटना हुई वह पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां की सीमाओं के करीब है। 

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