मध्य प्रदेश

भाजपा में टिकट के लिए अनिवार्य शर्त होगी इंटरनेट मीडिया पर सक्रियता

भोपाल। आमजन से अधिक से अधिक जुड़ाव के लिए देश में इंटरनेट मीडिया का सियासत में सबसे पहले और ज्यादा उपयोग भाजपा ने ही किया। नरेन्द्र मोदी की बतौर प्रधानमंत्री ताजपोशी से लेकर अधिकतर राज्यों में भाजपा की सरकार के रूप में इसके सुखद परिणाम भी पार्टी के सामने हैं। पार्टी इंटरनेट मीडिया पर जहां बेहद मजबूती के साथ मौजूद है, वहीं पिछले दिनों विश्व के सबसे लोकप्रिय नेताओं में मोदी शिखर पर पहुंच गए। इंटरनेट मीडिया की ताकत को पहचानते हुए भाजपा ने तय किया है कि इन प्लेटफार्म पर सक्रियता के आधार पर ही पार्टी चुनाव में टिकट देगी।

हालांकि जमीनी हकीकत अलग है। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा सहित कुछ वरिष्ठ नेताओं के अलावा मंत्रियों और संगठन के पदाधिकारियों की मौजूदगी बेहद कमजोर है। शिवराज कैबिनेट के कई मंत्रियों के वेरीफाइड (अधिकृत) अकाउंट नहीं हैं और फालोअर भी कुछ हजार तक सीमित हैं। भाजपा में चुनाव लड़ने की दावेदारी का आधार अब नए पैमानों पर परखा जाएगा। हाल ही में चार सीटों पर हुए उपचुनाव में पार्टी ने यह प्रयोग कर लिया है।

परंपरागत तौर पर सहानुभूति जैसे फैक्टर को किनारे कर भविष्य के नेताओं को टिकट देकर पार्टी ने जीत हासिल की है। अगले विधानसभा चुनावों में टिकट को लेकर भी मापदंड तय कर दिए गए हैं। जनता के बीच सक्रियता के साथ टिकट की दावेदारी के लिए प्रमुख पैमाना इंटरनेट मीडिया पर सक्रियता भी होगी। मौजूदा जनप्रतिनिधियों की इंटरनेट मीडिया में सक्रियता पर पार्टी संगठन की नजर है। इस आधार पर तैयार रिपोर्ट से ही प्रत्याशियों के चयन होगा। संगठन के पदाधिकारियों अपने सभी जनप्रतिनिधियों की हर सक्रियता पर नजर रख रहे हैं।

ट्विटर पर सर्वाधिक सक्रिय जनप्रतिनिधि—-फॉलोअर्स

शिवराज सिंह चौहान—- 78 लाख 18 हजार 406 ज्योतिरादित्य सिंधिया—- 43 लाख 37 हजार 989 कैलाश विजयवर्गीय—- 15 लाख 81 हजार 667 उमा भारती—- चार लाख 2 हजार 447 नरोत्तम मिश्रा—- तीन लाख 15 हजार 639 विष्णु दत्त शर्मा—- दो लाख 47 हजार 242 राकेश सिंह—- दो लाख 19 हजार 607 भूपेंद्र सिंह —- एक लाख 34 हजार 131 गोपाल भार्गव—- एक लाख 26 हजार 293 तुलसी सिलावट—- एक लाख, सात हजार 877 ————– कैबिनेट के अन्य मंत्री और उनके फालोअर इंदरसिंह परमार —- 61 हजार 14 जगदीश देवडा —- 17 हजार 592 हरदीप सिंह डंग —- 11 हजार 8 राजवर्धन सिंह दत्तीगांव —- 10 हजार 780 रामखेलावन पटेल —- 6252 ओपीएस भदौरिया (वैरिफाइड नहीं) —- 3505 बृजेंद्र सिंह यादव (वैरिफाइड नहीं) —- 3110 रामकिशोर कांवरे (वैरिफाइड नहीं) —- 1286 प्रेम सिंह पटेल —-4417 भारत सिंह कुशवाह —-3791

इनका कहना है

परफारमेंस के कई मोर्चो पर हम विधायकों से बात कर रहे हैं। उसके आधार पर ही भविष्य के फैसले होंगे।

  • पी मुरलीधर राव, प्रदेश प्रभारी, भाजपा

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