मुख्य समाचार

यह हैं मप्र सीएम के गृह जिले के हाल : कोरोना संकट का बजट 23 करोड़ और क्वारेंटाइन सेंटर में चाय नाशते को तरसें लोग

 

 

[mkd_highlight background_color=”” color=”red”]नीतिन ठाकुर[/mkd_highlight]

 

 

मध्यप्रदेश। प्रदेश में कोराना संक्रमण को लेकर सरकार और स्वथ्यय विभाग पहले दिन से ही गंभीर नहीं है। इसी का नतीजा रहा कि स्वथ्यय 100 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी कोराना संक्रमण पॉजिटिव हो गए। प्रदेश के अन्य जिलो में क्या हाल होंगे इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिला सीहोर मुख्यालय पर बने क्वारेंटाइन सेंटर में रखे गए संदिग्ध मरीजों को न तो समय पर भोजन मिल रहा और न ही चाय नाश्ता तक मुहैया नहीं हो रहा है। जबकि कोरोना संकट से निपटने के लिए जिला प्रशासन को कुल 23 करोड़ 80 लाख रूपए का बजट शासन ने दिया है। अभी जिले में कोरोना पॉजिटिव मारीजों की संख्या एक है।

गुरुवार को सीहोर के इंद्रा नगर टप्पर इलाके में एक महिला के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि की गई थी। जिसके बाद महिला के पति हेमराज और उसके बच्चों के सेम्पल लेकर वैशाली नगर स्थित शासकीय बालक छात्रावास में क्वारेंटाइन कर दिया था। इस समय मेडिकल टीम द्वारा सरकारी कवारेंटीन सेन्टर में कोरोना संक्रमित महिला के पति हेमराज, उसके बेटे अभिषेक और प्रीतम और पड़ोसी प्रकाश कुशवाह को क्वारेंटाइन किया गया है। यहां रह रहे हेमराज पुरविया से चर्चा की तो उन्होंने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि यहां गुरुवार शाम को हमें यहाँ लाया गया, हमें पर्याप्त भोजन भी नही दिया जा रहा है। देर सवेर भोजन देते भी है तो उसमें जली हुई रोटियां होती है,अब जली हुई कैसे खाएं। यहां तक कि चाय और नाश्ता भी नहीं मिल रहा है। कोई व्यावस्था नहीं है यहां, सिर्फ लाकर पटक दिया है अपने हाल पर।

–कोरोना से पहले मलेरियां से मर जाएंगे…

क्वारेंटाइन सेंटर में मच्छर की भरमार है। प्रशासन ने मच्छर से बचाव के कोई साधन यहां मुहैया नहीं कराएं है। अभिषेक और प्रीतम ने बताया कि सेंटर में रात काटना बहुत मुश्किल है,यहां बहुत अधिक मच्छर हैं। कोरोना से मरे न मरे पर मलेरियां  से जरूर मर जाएंगे। इसकी शिकायत अधिकारियों से की तो हमें डांट दिया गया।

–एसडीएम बोलें सब इंतजाम…

इस मामले को लेकर एसडीएम सीहोर आदित्य जैन का कहना है कि मरीजों के लिए पर्याप्त इंतजाम है समय पर खाना और नाश्ता मिलता है। – ( आदित्य जैन, एसडीएम सीहोर )

Related Articles

Back to top button