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ब्लैकमेलर है,शराब और रेत का धंधा करते है दिग्विजय सिंह !

-मप्र के वनमंत्री उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह लगाए गंभीर आरोप

 

मध्यप्रदेश। कांग्रेस सरकार के वनमंत्री उमंग सिंघार ने कांग्रेस के ही पूर्व सीएम और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को ब्लैकमेलर कहा है। उन्होंने आरोप लगाए है कि दिग्विजय सिंह रेत और शाराब का धंधा करते है। उमंग सिंघार के बयानों के बाद प्रदेश ही नहीं दिल्ली तक ​कांग्रेस कार्यालय में महौल गर्मा गया है। वहीं इस सबंध में अब तक दिग्विजय सिंह ने कुछ नहीं कहा है।

दरअसल, विवाद के शुरूआत उस वक्त हुई जब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सभी मंत्रियों को पत्र लिखा कि उनके द्वारा लिखे गए पत्रों का क्या हुआ और कार्य हुए या नहीं..। साथ ही दिग्विजय सिंह ने मंत्रियों से मिलने का समय मांगा। दिग्विजय सिंह के इस पत्र को वायरल किया गया। जिसके बाद कुछ मंत्री सीधे दिग्विजय सिंह से मिलने उनके बंगाले पहुंच और कुछ ने फोन पर भी बात की। इस बीच वनमंत्री उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह के पत्रा का जबाव पत्र से दिया कि वे सरकार को कार्य नहीं करने दे रहे है और पर्दे के पीछे से वो सरकार को चला रहे है।उमंग सिंघार ने यी पत्र सोनिया गांधी को भी भेजा है ऐसी जानकारी वह स्वंय दे रहे है। बात यह तक भी ठीक थी लेकिन मंगलवार को वनमंत्री उमंग सिंघार ने मीडिया में बयान दिया कि दिग्विजय सिंह पक्के ब्लैकमेलर है वो कमलनाथ सरकार को ब्लैकमेल कर रहे है। उन्होंने आरोप लगाए कि दिग्विजय सिंह रेत और शाराब का धंधा करते है। दिग्विजय सिंह ने पूरे प्रदेश में शाराब बचने के लिए आदमी तैनात किए है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह परिवहन मंत्रालय सहित अन्य मंत्रालयों को चला रहे है सभी मंत्री परेशान है।
जब उमंग सिंघार से पूछा गया कि यह सब आरोप आप इसलिए लगा रहे है कि आपको कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनने दिया जा रहा है। इसके जबाव में उन्होंने कहा कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने की कोई लालसा नहीं है। जो उनके उपर इस तरह के आरोप लगा रहे है वो खुद दिग्विजय सिंह 72 साल की उम्र में प्रदेश अध्यक्ष बनना चाहते है। उमंग सिंघार ने कहा कि दिग्विजय सिंह पूर्व में सीएम रहे चुकें है इस समय राज्यसभा से सांसद है। उनके बेटे  सरकार में मंत्री  और भाई विधायक है..अब तो उन्हें कोई लालसा नहीं रखना चाहिए चुपचाप पार्टी का कार्य करना चाहिए,लेकिन वो लगातार आपने लिए सरकार के कार्य में दखल दे रहे है और सरकार को पर्दे के पीछे से चला रहे है।
वन मंत्री उमंग सिंघार ने कहा कि उन पर संगठन क्या कार्यवाही करता है इसकी उन्हें कोई चिंता है। वे सभी तरह से तैयार है। आपको बता दे कि उमंग सिंघार मप्र कांग्रेस में मंत्री रही जमुना देवी के भतीजे है और इस समय गधीवानी उमंग सिंघारर धार जिले की गधवानी विधानसभा से निर्वाचित विधायक है वे यहां से बीते तीन चुनाव जीत रहे है। उन्होंने 2008 में पहला चुनाव जीता उसके बाद 2013 और 2018 का चुनाव जीत कर प्रदेश कांग्रेस सरकार में मंत्री बनने का दावा मजबूत किया।

-क्या सवाल यह भी है….

-मप्र में कांग्रस सरकार अपने ही विधायक और मंत्रियों से परेशान है, इसी बीच दिग्विजय सिंह जैसे कद्दावर नेता का मंत्रियों से पत्र के मध्यम से कार्य की स्थिति पूछाना और मिलने के समय मांगना गजब ही कर गया। मंत्रियों को अहम को ठेस लगना लाजमी है 15 साल के बाद सरकार में मंत्री बने है, आराम से आंनद लेना चाहते है लेकिन ये दिग्विजय सिंह है कि उनके आंनद में खलल डालते है। तो क्या इस मामले में सिर्फ दिग्विजय सिंह गलत है जो सवाल करते है..?

-उमंग सिंघार को ​ही दिग्विजय सिंह के पत्र से इतनी तकलीफ क्यों हुई कि उन्होंने अपनी पार्टी के बहुत बडे कद के नेता की इस तरह मुखालफत करना शुरू कर दिया। उन्होंने सीधे कहा कि दिग्विजय सिंह ब्लैकमेलर है..शराब और अवैध रेत का धंधा करते है। तो सवाल यह कि उमंग सिघार को किस ममाले में दिग्विजय सिंह ने ब्लैकमेल किया और ऐसे कौन से काम है जो दिग्विजय सिंह ने वनमंत्री उमंग सिंघार को बताए जो नियम विरूध होने थे? उन काम को करने से सरकार और कांग्रेस कार्यकता कैसे परेशान होते?

-उमंग सिंघार को इस सवाल का जबाव ईमानदारी से देना चाहिए कि क्या व​ह सच में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने की दौड में नहीं दौड रहे है। उन्हें जब इस दौड में दिग्विजय सिंह ने कुछ हद तक रोका तो उन्हें बुरा लगा और यही बजह है कि वह अब दिग्विजय सिंह पर इस तरह हमला कर रहे है?

-अगर दिग्विजय सिंह प्रदेश सरकार को ब्लैकमेल कर रहे है तो प्रदेश सरकार के मुखिया कमलनाथ ने यह बात अब तक क्यों नही बोली। कमलनाथ के तो सीधे सोनिया गांधी और राहुल गांधी से संबध है। गांधी परिवार से कमलनाथ के क्या रिश्ते और कितने मतबूत है यह किसे छुपा नहीं है। फिर कमलनाथ क्यों चुप है..? अगर उन्हें दिग्विजय सिंह ब्लैकमेल कर रहे हैं तो वो उनकी शिकायत सोनिया गांधी या राहुल गांधी सीधे कर सकते थे और उनके कहने पर कांग्रेस आलाकामन दिग्विजय सिंह को मप्र से बाहर कर सकता था। ऐसा क्यों नहीं किया सीएम कमलनाथ ने..?

-क्या उमंग सिंघार कांग्रस सरकार और सीएम कमलनाथ के कंधे पर सवार होकर अपनी पुरानी खुन्नस और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने में रोडा बन रहे दिग्विजय सिंह पर हमला कर रहे है।

-अंत में… वनमंत्री उमंग सिंघार द्वारा लगाए आरोप का जबाव दिग्विजय सिंह देंगे? या फिर उमंग सिंघार उस राजनीति का शिकार हो जाएंगे जिसमें मप्र से दिग्विजय सिंह को विदाई कराने के सजिश रची जा रही है।

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