मध्य प्रदेश

कमलनाथ के नाक के नीचे वाले डॉक्टरों ने हवा में उडाए सरकार के आदेश

 

— सरकारी अस्पाताल में मरीजों का इलाज नहीं, डॉक्टरों के घर लगी भीड

 

 (अनुराग शर्मा)

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के नजदीक के जिले सीहोर जिले के सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने सीएम कमलनाथ को आदेश को हवा में उडा दिया है। उनकी मनमर्जी अब भी जारी है।
हाल ही में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने निर्देश दिए थे कि डॉक्टर अस्पताल में सुंबह 9 से शाम चार बजे तक मौजूद रहे,लेकिन यह निर्देश पहले दिन से हवा हो गए।दरअसल,जिला अस्पताल में पदस्थ कुछेक डॉक्टरों ने अपने घरेलू क्लिनिक को अस्पताल की शक्ल में तब्दील कर दिया है और मरीजो के उपचार के दौरान गाढ़ी कमाई के लालच में यह अस्पताल में मरीजो को देखने मे कम रुचि ले रहे है।यदि प्रशासनिक स्तर पर कार्यवाही हो तो इन डॉक्टरों के घरों में चल रहे क्लिनिक में कई तरह की कमिया में भी सामने आ सकती है।
मालूम हो कि शासन स्तर पर मरीजो को समुचित इलाज सरकारी अस्पताल में देने की मंशा से हाल ही में एक निर्देश जारी किए गए थे ।निर्देश में स्पष्ठ किया गया था कि डॉक्टर सरकारी अस्पताल में सुबह 9 से शाम 4 बजे तक उपस्थित रहकर ओपीडी समय मे मरीजो का उवचार करे।जिला अस्पताल में सीएम के यह निर्देश हवा होते दिख रहे है और डॉक्टर अपने घरेलू क्लिनिक में मरीजो को देखने मे ज्यादा रुचि ले रहे है।जिला अस्पताल में पदस्थ कुछेक डॉक्टरों ने अपने घरों में चल रहे क्लिनिक को अस्पताल की शक्ल दे रखी है।कुछेक डॉक्टरी के इन घरेलू क्लिनिक में इलाज के हर साधन मौजूद है और मरीजो से मोटी रकम ऐंठी जा रही है।स्थिति यह बनी हुई है कि एक डॉक्टर ने बाकायदा अपने घर पर चल रहे क्लिनिक में पलंग तक लगा रखे है और नियमो को ढेंगा बताकर मरीजो का इलाज किया जा रहा है।घरों पर चल रहे डॉक्टरों की निजी प्रेक्टिस को लेकर पूर्व में प्रशासनिक स्तर पर कार्यवाही की गई थी,लेकिंन पुनः कार्यवाही के अभाव में डॉक्टरों की निजी प्रेक्टिस आने घरों पर लगातार जारी है।आलम यह है कि अस्पताल में आने वाले मरीजो को समुचित उपचार न देकर कुछेक डॉक्टर इन्हें अपने क्लिनिक पर आने को मजबूर करते है।जिला मुख्यालय पर एक डॉक्टर अपनी निजी प्रेक्टिस को लेकर लगातार सुर्खियों में रहे है।यदि मेडिकल कॉउंसिल के नियमो को देखा जाए तो निजी प्रेक्टिस करने वाले डॉक्टरों के लिए तमाम नियम बने हुए है,लेकिन जिला मुख्यालय पर कुछेक निजी प्रेक्टिस करने वाले डॉक्टर्स इन नियमो को ढेंगा बताकर मरीजो का उपचार कर रहे है।स्थिति यह है कि जिला अस्पताल में पदस्थ कुछेक डॉक्टर अपने रुतवे की दम पर अपने घरेलू क्लिनिक में अस्पताल के जर्मचारियो को भी उपयोग कर रहे है।


— स्वास्थ दल का औचक निरीक्षण जल्द
बताया जा रहा है कि शासन स्तर पर ओपीडी समय मे डॉक्टरों की गैर मौजूदगी की शिकायत लगातार शासन स्तर पर पहुच रही है।मुख्यालय के एक कांग्रेस नेता ने जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओ को लेकर कुछ तस्वीरे भी शिकायत के साथ शासन को भेजी है।इन तस्वीरों में एक डॉक्टर के घर पर खड़ी मरीजो की भीड़ की तस्वीर भी सलंग्न है।बताया जा रहा है कि शिकायतों को गंभीर पाया गया है।जानकारी यह भी आ रही है कि जल्द ही राजधानी का एक स्वास्थ दल ट्रामा सेंटर का ओचक निरीक्षण पर आ सकता है।

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