कमलनाथ के करीबियों को बताना होगा कहां से आए 281 करोड
— कमलनाथ के 50 से अधिक करीबियों के ठिकानों पर आईटी की छापे मारी,281 करोड का लेनदेन, भापोल में सीआरपीएफ और स्थानिय पुलिस में बहस
— अश्विन शर्मा के घर देर शाम पुहंचा आईटी दल,नगदी, बिना लायसेंसी बंदुक बरामद
— आईटी निदेशक ने पुलिस की शिकायत वुनाव आयोग से करेंगे
— मप्र में भी बंगाल जैसा हाल
— आइटी छापे से मप्र से लेकर दिल्ली तक सियासत गर्म
मप्र। रविवार की सुबह मप्र कांग्रेस सरकार के लिए बडी मुसीबत लेकर आई, प्रदेश के मुखिया कमलनाथ के ओएसडी सहित 50 करीबियों के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापमारी की। सुबह से शुरू हुई छापेमारी देर शाम बहुत बडे प्रशासनिक और सियासी टकराव में बदल गई। देर शाम आयकर विभाग का दल भोपाल में रहने वाले कमलनाथ के करीबी अश्विन शर्मा के घर छापा मारने पुहंचा। इसी दौरान स्थिनिय पुलिस यहां पुहंच गई और आयकर विभाग के दल को कालोनी में प्रवेश नहीं देने पर दल के साथ मौजुद सीआरपीएफ के जवानों और भोपाल पुलिस के अधिकारियों के बीच जमकर बहस हो गई। आयकर विभाग ने अब 281 करोड रूपए के लेनदेन का हिसाब नहीं मिलने की बात कहीं है। अश्विन शर्मा को आयकर विभाग आगे की पूछताछ के लिए दिल्ली ले जा सकता है।
जानकारी के अनुसार रविवार 7 मार्च 2019 की शाम मप्र में जैसे भुचाल ही आ गया। आयकर विभाग के दल ने राजधानी भोपाल में रहने वाले कमलनाथ के बहेद करीबी माने जाने वाले अश्विन शर्मा के घर पर छापा डाला, यह सुचना मिलते ही मौके पर स्थनिय पुलिस के अधिकारी पहुंच गए और आयकर विभाग के दल को उनका काम करने से रोकने लगे, दल के साथ मौजूद सीआरपीएफ ने पुलिस को ऐसा करने से रोका तो दोनों बलों के बीच टकराव हो गया और जमकर बहसबाजी हुई। पुलिस का कहना था कि उसे कालोनी के लोगो ने फोन पर सूचना दी की बिमार लोगो को भी गेट से बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है कालोनी में रहने वालों की परेशानी को सुनने और हल करने पुलिस आई थी। इस मामले का जैसे तैस पटाक्षेप हो गया लेकिन इस घटना को बंगाल की सीबीआई वाली घटना के जैसा बताया जा रहा है। जहां पुलिस और सीबीआई दल में मारपीट तक हो गई थी।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार अश्विन शर्मा के घर से नगदी, बिना लायसेंसी बंदुक और कुछ दस्तावेज मिले है, आयकर विभाग दस्तावेजों की जांच कर रहा है देर रात तक विस्तार से जानकारी मिल सकती है कि शर्मा के घर से आयकर को क्या और कितना अवैध मिला है। अभी विभाग के अनुसार कुल 281 करोड का अवैध लेनदेन हुआ है। जिसका हिसाब कमलनाथ के ओएसीडी प्रवीण कक्कड, राजेन्द्र मगयानी, अश्विन शर्मा, कमलनाथ के भांजे रातुल पुरी, अमीरा ग्रुप,मोजरबेयर सहित अन्य को देना होगा। आयकर विभाग की छापेमार कार्रवाई अभी जारी है।
-इन सवालों का देना होंगे मप्र कांग्रेस सरकार को जबाव
— तो क्या तबदलों के वसूल किया पैसा है?
— कमलनाथ के नजदीकी अधिकारी चुनाव मे पैसा खर्च करने वसूली कर रहे थे?
— 281 करोड का हिसाब क्यों नहीं मिल रहा, कहां से आया पैसा सरकार के करीबियों के पास?
— कमलनाथ के ओएसडी सहित अन्य अधिकारी,कारोबारी मिलकर कर रहे थे भाष्ट्राचार?
— किसानों के कर्ज माफी के नाम पर सरकार के अधिकारी डाकार गए पैसा?
— तबदला उद्योग चला रहे थे मप्र सरकार के अधिकारी?
— राहुल गांधी के कहने पर पैसा जमा किया गया?
— चुनाव में कांग्रेस के लिए फंड जमा किया?