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मिस अमेरिका स्विम सूट में नहीं आएगी नजर, व्यक्तित्व पर होगी नजर

मिस अमेरिका ब्यूटी कांटेस्ट के आयोजकों ने इस प्रतियोगिता के लिए एक साहसिक फैसला किया है। इस फैसले से यह पेजेंट जीतने की चाह रखने वाली ढेरों महिलाओं पर असर होगा। दरअसल आयोजाकों ने इस कॉन्टेस्ट में स्विम सूट राउंड खत्म करने का फैसला किया है।

शारीरिक छवि के आधार पर नहीं चुना जाएगा विजेता
प्रतियोगिता कराने वाली ‘द मिस अमेरिका आर्गेनाइजेशन’ ने कहा कि प्रतियोगियों को उनकी शारीरिक छवि को नहीं आंका जाएगा और स्विमसूट राउंड को भी बंद किया जाएगा। इस साल नौ सितंबर से शुरू होने वाली प्रतियोगिता में यह बदलाव लागू हो जाएगा। इस साल चुनी जाने वाली मिस अमेरिका के लिए अब स्विम सूट पहनना जरूरी नहीं होगा। मिस अमेरिका में स्विमसूट रांउड की शुरुआत 97 साल पहले हुई थी। अब इसकी जगह लाइव इंटरएक्टिव सेशन होगा।
संस्था ने जानकारी देते हुए कहा कि अब प्रतिभागियों को उनके रूप-रंग नहीं बल्कि बुद्धिमानी और व्यक्तित्व के आधार पर परखा जाएगा।

इवनिंग वियर राउंड में भी किया जाएगा बदलाव
पूर्व मिस अमेरिका और संस्था के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की प्रमुख ग्रेटचेन कार्ल्सन ने कहा कि संस्था इवनिंग वियर (शाम में पहनने वाले परिधान) प्रतियोगिता में भी बदलाव करेगी। इसके बजाय उन्हें उनके आरामदायक कपड़ों में उनकी निजी स्टाइल को दिखाने का मौका दिया जाएगा। हमारी कोशिश है कि
प्रतिभागियों को उनके परिधान के आधार पर ना आंका जाए।

ईमेल स्कैंडल के बाद लिया गया फैसला
उल्लेखनीय है कि करीब 100 साल पहले शुरू हुई प्रतियोगिता में यह बदलाव पिछले साल हुए ईमेल स्कैंडल के बाद किया गया है। दरअसल, संस्था के कुछ अधिकारियों ने ईमेल में पहले चुनी जा चुकीं तमाम मिस अमेरिका के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था। स्कैंडल के खुलासे के बाद संस्था के तीन उच्च पदों में बदलाव किया गया। फिलहाल तीनों पद महिलाएं संभाल रही हैं।

कुछ पूर्व सुंदरियों ने जताई निराशा
मिस अमेरिका बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की अध्यक्ष जी कार्लसन का कहना था कि यह एक प्रतियोगिता है। यहां पर अब लड़कियों के सुदंर शरीर और उसकी बनावट को आधार बनाकर फैसले नहीं लिए जाएंगे। वहीं दूसरी तरफ कुछ पूर्व सुंदरियों ने इस फैसले पर निराशा भी व्यक्त की है। मिस इलिनोएस मेगान नोबेल इस तरह की प्रतियोगिता के न होने से दुखी हैं। उनके मुताबिक इस प्रतियोगिता का सबसे अच्छा रूप यही था जिसको अब खत्म किया जा रहा है।

खुद भी मिस अमेरिका रह चुकी हैं कार्लसन
कार्लसन ने इस बदलाव के लिए Me Too कैंपेन को भी श्रेय दिया। बता दें कि कार्लसन 1989 में खुद भी मिस अमेरिका
रह चुकी हैं। इसके बाद वह मीडिया में काम करने लगी थी। वह फॉक्स न्यूज में एंकर थी और उन्होंने इसके सीईओ रोजर ऐल्स पर यौन शोषण का केस किया था। इसके बाद उन्हें 20 मिलियन डॉलर का मुआवजा मिला था। वर्तमान में मिस अमेरिका संगठन में सभी महिलाएं हैं।

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